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सड़कों पर उतरा इसाई समाज

जागरण संवाददाता, बरेली : देश भर में इसाई समाज, चर्च और अन्य संस्थाओं में हो रहे हमलों के विरोध में ग

By Edited By: Published: Thu, 23 Apr 2015 10:36 PM (IST)Updated: Thu, 23 Apr 2015 10:36 PM (IST)
सड़कों पर उतरा इसाई समाज

जागरण संवाददाता, बरेली : देश भर में इसाई समाज, चर्च और अन्य संस्थाओं में हो रहे हमलों के विरोध में गुरुवार को इसाई समाज एकजुट हो गया। सुरक्षा और सम्मान दिलाए जाने की मांग लेकर शहर में शांति मार्च निकाला। कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया।

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बरेली चर्चेज एसोसिएशन के बैनर तले गुरुवार सुबह इसाई समाज के लोग सिविल लाइंस स्थित क्राइस्ट मैथोडिस्ट चर्च पर इकट्ठा हुए। वहां विशाल सभा का आयोजन कर सभी पादरी और फादर का स्वागत किया गया। पादरी सुनील के मसीह ने प्रार्थना की। बिशप इग्नेशियस डिसूजा ने इसाई समाज को शांति मार्च के बारे में बताया। फिर उनकी अगुवाई में शांति मार्च शुरू हुआ। चर्च से चौकी चौराहा होते हुए शांति मार्च कलेक्ट्रेट पर पहुंचा। जुलूस में स्कूल टीचर्स, सिस्टर्स, नन्स व स्कूली बच्चे हाथों पर विभिन्न स्लोगन लिखी तख्तियां और पोस्टर लेकर चल रहे थे। कलेक्ट्रेट गेट पर सिटी मजिस्ट्रेट ने समाज के लोगों की समस्याओं को सुना और ज्ञापन लिया। फिर चंद लोगों ने डीएम कार्यालय जाकर समस्याएं बताईं। शांति मार्च में पादरीगण, फादर्स, चर्चो के सम्मानित सदस्य और आसपास शहरों व कस्बों से आए लोग भी शामिल हुए।

डीएम को ज्ञापन देने को अड़े

कलेक्ट्रेट गेट पर डीएम के ज्ञापन लेने नहीं आने पर इसाई समाज के लोग नाराज हो गए। उन्होंने गेट पर रोकने पर खेद जताया। उन्होंने बिना डीएम से मुलाकात किए वहां से नहीं जाने की बात कही। इस पर बिशप इग्नेशियस डिसूजा, पादरी विलियम सैमुअल, सुनील के मसीह, परमिंदर मैसी, जोध सिंह व अनिल सिंह ने डीएम दफ्तर में उनसे मिलकर अपनी समस्या बताई।

कई संगठनों ने दिया समर्थन

इसाई समाज के शांति मार्च में कई संगठनों ने भी समर्थन दिया। इनमें रुहेलखंड अभिभावक सेवा समिति के विशाल मेहरोत्रा, शफीकुद्दीन, शोभित सक्सेना, सुहेल शमसी, सौरव मेहरोत्रा मौजूद रहे। पूर्व सैनिक कल्याण समिति, द बरेली सिविल राइट सोसाइटी, इसाई समाज वेलफेयर सोसाइटी और कांग्रेस पदाधिकारी शामिल रहे। पैरेंट्स फोरम के संयोजक मुहम्मद खालिद जीलानी ने गिरजाघरों में तोड़फोड़ का विरोध किया।


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