पर्सनल लॉ बोर्ड : मुसलमानों को जगाने पर हर साल खर्च होंगे 10 लाख
आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने ङ्क्षहदू संगठनों की प्रशंसा की और कहा कि वह इस्लाम का काम कर रहे हैं। जिस तरह आरओ का काम पानी की गंदगी दूर करना है, उसी तरह आरएसएस, विहिप और बजरंग दल कमजोर ईमान वालों का धर्मांतरण करा
बरेली। आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने ङ्क्षहदू संगठनों की प्रशंसा की और कहा कि वह इस्लाम का काम कर रहे हैं। जिस तरह आरओ का काम पानी की गंदगी दूर करना है, उसी तरह आरएसएस, विहिप और बजरंग दल कमजोर ईमान वालों का धर्मांतरण करा रहे हैं। मौलाना ने कहा कि जिनका ईमान राशन कार्ड और चंद पैसों के लालच में बिक जाए, वह मुसलमान नहीं हैं।
आइएमसी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मौलाना ने बताया कि पर्सनल लॉ बोर्ड जदीद की बैठक में तीन अहम फैसले हुए। धर्मांतरण को लेकर तय हुआ कि मुसलमानों तक मजहबी जानकारी पहुंचाने के लिए सौ उलमा की एक टीम बनाई जाएगी। ये उलमा गांव-गांव जाकर मुसलमानों को मजहब की बारीकियां बताएंगे। इस पर हर साल 10 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। मौलाना ने आगरा में धर्मांतरण से जुड़े सवाल पर कहा कि हम इस तरह के कार्यक्रमों की मुखालफत नहीं करेंगे। मौलाना ने कहा कि पेशावर में बच्चों को मौत के घाट उतारने की घटना आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। उन्होंने मांस निर्यात को लेकर प्रधानमंत्री के फैसले की आलोचना की और रोक लगाने को फरवरी में दिल्ली जाकर आंदोलन की चेतावनी दी। लव जिहाद पर कहा कि कोई मुसलमान कर रहा है तो उसका यह कदम बेटियों के साथ नाइंसाफी है। मुसलमान को मुसलमान से ही शादी करना चाहिए। मौलाना ने किशोरियों को मोबाइल देने का फिर से विरोध किया। कहा कि समाज में बुराई इसी से आ रही है। पर्सनल लॉ बोर्ड जदीद की बैठक में सभी प्रदेशों के अध्यक्षों ने हिस्सा लिया।