सड़क पर बरसे फूल, इस्लामिया में लहराया परचम
बरेली, जागरण संवाददाता: आला हजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी के 96वें उर्स का आगाज जोश-ओ-खरोश के
बरेली, जागरण संवाददाता: आला हजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी के 96वें उर्स का आगाज जोश-ओ-खरोश के साथ हुआ। पहले दिन भारी भीड़ उमड़ आई। चादरपोशी और फिर परचमी जुलूस में जायरीन का रेला दिखा। सड़क से लेकर दरगाह तक गलियां जाम हो गईं। मेहमाननवाजी की शानदार मिसाल पेश करते हुए बाशिंदों ने जुलूस में शामिल भीड़ पर फूल बरसाए। देर शाम जैसे ही सज्जादानशीन के हाथों इस्लामिया मैदान पर सब्ज परचम लहराया नारा-ए-तकबीर गूंज उठा।
मुहल्ला सौदागरान स्थित दरगाह पर सुबह फज्र की नमाज के बाद कुरानख्वानी हुई। दोपहर में आजमनगर स्थित अल्लाहबख्श के आवास से नायब सज्जादानशीन मौलाना मुहम्मद अहसन रजा कादरी की कयादत में जुलूसे परचम शुरु हुआ। जैसे ही नायब सज्जादानशीन पहुंचे, उन पर चारों तरफ से फूल बरसने लगे। नातो मनकबत के बाद फातिहा हुई। हरी मस्जिद के इमाम मौलाना जाहिद रजा ने नायब सज्जादानशीन को चांदा का नालैन मुबारक पेश किया। अहसन मियां ने एक परचम सय्यद मुदस्सिर अली और दूसरा अल्लाह बख्श को सौंपा। इसी के साथ जुलूस का आगाज हो गया। आसिम नूरी, तालिब नूरी आला हजरत का पैगाम पढ़ते चल रहे थे। उर्स-ए-रजवी जिंदाबाद, आला हजरत जिंदाबाद के नारे लगते रहे। अकीदतमंद, मुरीद, उलेमा, शोहरा, टीटीएस के वालंटियर की भीड़ के साथ जुलूस पहले दरगाह और वहां सलामी देने के बाद सज्जादानशीन की कयादत में इस्लामियां मैदान पहुंचा। जुलूस के इस्तकबाल में जगह-जगह फूलों की बारिश हुई। कारी अब्दुर्रहमान खां ने मुल्क व मिल्लत की खुशहाली के लिए दुआ की। मुफ्ती मुहम्मद सलीम नूरी ने रजवी परचम का मकसद बयां किया। उसे बुजुर्गो की निशानी बताया। बाद में देश-विदेश के उलेमाओं की मौजूदगी में सज्जादानशीन मौलाना सुब्हान रजा खां सुब्हानी मियां ने परचम कुशाई की रस्म अदा की। इसी के साथ तीन रोजा उर्स-ए-रजवी की महफिल का आगाज हो गया। इस्लामियां मैदान नारा-ए-तकबीर अल्लाहुअकबर, आला हजरत जिंदाबाद के नारों से गूंज उठा। इस दौरान सैयद आसिफ मियां, मुस्तहसन रजा खां, मुफ्ती आकिल रजवी, मुफ्ती मुहम्मद कफील हाशमी, मौलाना ताहिर, मुफ्ती अय्यूब खां, मुफ्ती अफरोज आलम, मौलाना अनवर अली, मौलाना एजाज अंजुम, कारी अब्दुल हकीम, मौलाना जाहिद रजा इत्यादि मौजूद रहे। व्यवस्थाओं के लिए हाजी जावेद खां, नासिर कुरैशी, परवेज खां नूरी, औरंगजेब खां, ताहिर अलवी, शाहिद खां, तारिक सईद, अजमल नूरी, अब्दुल वाजिद, सैयद चमन अली, शहाबुद्दीन, बशर कुरैशी, शारिक उल्ला खां, सय्यद समरान, मुजाहिद बेग, अहमद उल्ला वारसी, राहत अली, वसी खां, गफूर पहलवान, मोहसिन रजा, शारिक बरकाती, डा. नाजिम इत्यादि लगे रहे।