जिला अस्पताल में जल्द खुलेगा जेनरिक दवा काउंटर
जागरण संवाददाता, बरेली: शहर में जेनरिक दवाएं भी अब जिला अस्पताल में मिलेगी। इसके लिए यहां अलग से काउ
जागरण संवाददाता, बरेली: शहर में जेनरिक दवाएं भी अब जिला अस्पताल में मिलेगी। इसके लिए यहां अलग से काउंटर बनाने की योजना है, जिसकी शुरुआत बहुत जल्द हो जाएगी। इसके बाद इसे ब्लॉक और तहसील स्तर पर भी शुरू किया जाएगा। यह जानकारी डीएम संजय कुमार ने एनआरएचएम की पहली समीक्षा बैठक में शनिवार को दी। यह मुद्दा भोजीपुरा ब्लॉक प्रमुख योगेश पटेल ने उठाया। एनआरएचएम सतर्कता और अनुश्रवण समिति की बैठक में सभी जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। बैठक में जिले में ट्रामा सेंटर खोले जाने की भी मांग उठी।
आइएमए हॉल में हुई बैठक में सीएमओ डॉ. विजय यादव ने इसमें चल रही योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही बताया कि अभी तक इसके लिए बजट नहीं आ सका है, इसलिए पिछले वर्ष के बचे पैसे से ही योजनाएं बजट की प्रत्याशा में चल रही है, जिसके राज्य सरकार ने भी निर्देशित किया है। उन्होंने बताया कि अगली बैठक में वह बजट के साथ ही विभिन्न योजनाओं में व्यय होने वाले खर्चे की भी जानकारी दे सकेंगे। बैठक अध्यक्ष केंद्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने इसे विधानसभावार बनाने का सुझाव दिया, जिससे जनप्रतिनिधियों का पता चल सके कि उनके यहां किस योजना में कितना मद खर्च हुआ? डीएम ने अगली बैठक में विधानसभावार प्रगति रिपोर्ट देने को कहा। राज्य सरकार के राज्यमंत्री भगवत सरन गंगवार ने बैठकें जल्द होने का सुझाव दिया। इस पर संतोष गंगवार ने अगली बैठक 17 जनवरी को किए जाने का प्रस्ताव रखा, जो सर्वसम्मति से पास हुआ। साथ ही उन्होंने एजेंडे की कॉपी आठ दिन पहले देने की बात कही।
थैलीसीमिया को भी जोड़े
राज्यमंत्री भगवत सरन गंगवार ने एनआरएचएम में थैलीसीमिया को भी जोड़े जाने का प्रस्ताव दिया, जिससे इसके लिए जरूरी बोन मैरो ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन सरकारी खर्चे पर हो सके। सीएमओ डॉ. विजय यादव ने बताया कि इसके लिए सलाहकार समिति अध्यक्ष धर्मेन्द्र कश्यप को लिखित में दिया जाएगा। उन्हें हाइवे पर ट्रामा सेंटर के लिए प्रस्ताव दिया जाएगा, जिसके लिए फरीदपुर में उन्हें चिंहित जगह भी बता दी, जिससे प्रस्ताव को मंजूरी मिलने में समस्या नहीं आए।
डायलिसिस मशीन पर भी बनी सहमति
इस दौरान सीएमओ ने जिला अस्पताल की डायलिसिस मशीन खराब होने की जानकारी दी। बताया कि यह अब नई खरीदी जाएगी। इस पर जनप्रतिनिधियों ने अपनी निधि से सहयोग का आश्वासन दिया। प्रशिक्षित स्टाफ के लिए डीएम ने एक डाक्टर को तीन माह का प्रशिक्षण कराने को निर्देशित किया, जिससे मशीन आने के बाद मरीजों को लाभ मिल सके।
नहीं होता ग्राम स्वच्छता समिति के पैसे का सदुपयोग
मीरगंज ब्लॉक प्रमुख ओमप्रकाश दीवाकर ने कहा कि आपकी ग्राम स्वच्छता समिति के पैसे का सदुपयोग नहीं होता है। ग्राम प्रधान और एएनएम यह पैसा मिलकर निकाल लेते हैं। इस पर सीएमओ ने कहा कि वह दिखवाएंगे। इस पैसे से उपकेंद्र की रिपेयर, गांव में फॉगिग आदि कराई जाती है।
यह लोग रहे मौजूद
बैठक में महापौर डॉ. आइएस तोमर, डॉ. अरुण कुमार, सुल्तान बेग, शहजिल इस्लाम, अता उर रहमान, अपर निदेशक और प्रमुख अधीक्षक डॉ. डीपी शर्मा, डॉ. आलोक चंद्रा, डॉ. मातादीन, डॉ. दीपा सिंह, डॉ. मनोज शुक्ला, डॉ. रमेश चंद्रा, डॉ. स्वदेश कुमारी, शरद जौहरी, एपीएस गंगवार, मुजीब उर रहमान, सुधाकर शर्मा, महेन्द्र यादव आदि मौजूद रहे।