वीरगति को प्राप्त पुलिसकर्मियों को दी सलामी
जागरण संवाददाता, बरेली : पुलिस स्मृति दिवस पर मंगलवार सुबह पुलिस लाइन के शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अ
जागरण संवाददाता, बरेली : पुलिस स्मृति दिवस पर मंगलवार सुबह पुलिस लाइन के शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित उच्चाधिकारियों ने कर्त्तव्य के दौरान वीरगति को प्राप्त पुलिसकर्मियों की शहादत को याद किया। इस दौरान आइजी वीएस मीना ने दो पुलिस वालों के परिवार को पांच-पांच हजार रुपये और शॉल देकर सम्मानित भी किया। इस दौरान शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों की आंखें नम हो गई थीं।
पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आइजी वीएस मीना को सबसे पहले दो जांबाज पुलिसकर्मियों सोमपाल और रामदेव ने शोक पुस्तिका प्रस्तुत की। इसके बाद आइजी ने पुलिस स्मृति दिवस के बारे में सभी को अवगत कराया। बताया कि वर्ष 1959 में 21 अक्टूबर को ही चीनी सैनिकों ने हमला कर सीआरपीएफ के जवानों को मार दिया था, लेकिन मरते दम तक उन जवानों ने एक इंच भी जमीन पर कब्जा नहीं होने दिया था और डटकर मुकाबला किया था। तब से उनकी याद में यह दिवस मनाया जाता है। इसके बाद आइजी ने एक वर्ष के दौरान शहीद पुलिसकर्मियों के नाम की सूची पढ़ी। इसके बाद पुष्प चक्र अर्पित किया गया। फिर शोक शस्त्र के बाद शहीदों को सलामी दी गई। सभी ने सिर झुकाकर दो मिनट का मौन भी धारण किया। इसके पश्चात आइजी ने कांस्टेबल योगेश कुमार व कांस्टेबल तुलाराम के परिजनों को सम्मानित किया। योगेश सीबीगंज थाने में तैनात थे तथा 27 जून 2014 को ड्यूटी के दौरान उन्होंने वीरगति को प्राप्त किया था। इसी तरह क्योलड़िया निवासी तुलाराम मुजफ्फरनगर के शाहपुर थाने की मीरापुर में तैनाती के दौरान दो दिसंबर 2013 को शहीद हो गए थे। अपराधियों की सुरागरशी के दौरान वहां पर गला रेतकर बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी थी।
इस मौके पर डीआइजी आरकेएस राठौर, एसएसपी धर्मवीर, आठवीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक एके पांडेय, एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा, एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव के साथ जिला पुलिस के सभी राजपत्रित अधिकारी और सीबीसीआइडी, एलआइयू, जीआरपी, एंटी करप्शन, एसपीआर, एसपी सतर्कता कार्यालय में तैनात अधिकारी भी मौजूद रहे। आरआइ जगदीश सिंह पाटनी ने बताया कि बरेली में तैनात रहे कांस्टेबल रामपाल सिंह के परिवार को पीलीभीत, मुहम्मद तारिक को बदायूं तथा महिला कांस्टेबल सोमवती के परिवार को फर्रूखाबाद में यहां से पांच-पांच हजार रुपये व शॉल भेजकर वहां के पुलिस प्रमुख द्वारा सम्मानित कराया गया।