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व्यापारियों के बंद पर सपा-भाजपा में ठनी

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 08:10 PM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 08:10 PM (IST)
व्यापारियों के बंद पर सपा-भाजपा में ठनी

जागरण संवाददाता, बरेली: बिजली कटौती के विरोध में उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल मिश्रा गुट के आज महाबंद पर राजनीतिक रंग पूरी तरह चढ़ गया। भाजपा और सपा में ठन गई, दोनों पार्टियां खुलकर मैदान में आ गई। भाजपा ने कहा कि बंद में हर संभव सहयोग करेंगे, वहीं सपा ने कहा कि यदि जबरन दुकानें बंद नहीं होने देंगे। जुलूस नहीं निकालने देंगे। हालांकि सपाईयों के रुख का नजरअंदाज करते हुए बंद की सफलता के लिए व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने सोमवार की देर शाम तक जनसंपर्क अभियान जारी रखा।

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सपा के व्यापार प्रकोष्ठ समाजवादी व्यापार सभा महाबंद के विरोध में खुलकर आ गई। रविवार दोपहर का समाजवादी व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष गोपेश अग्रवाल के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने पार्टी जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव से मुलाकात की। बंद पर एतराज जताया। इसके बाद वीरपाल सिंह ने इस बाबत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से बात की। कहा कि शहर में धारा 144 लगी है, इसलिए विरोध या समर्थन करने वाले किसी भी पक्ष को जुलूस नहीं निकालने दिया जाएगा। जिसकी मर्जी हो वह बाजार बंद करे, जबरन दुकानें बंद नहीं होने देंगे। इसके बाद विरोध करने वाले सभी व्यापार मंडलों की बैठक गली आर्य समाज में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से बंद का शांतिपूर्वक विरोध किए जाने का निर्णय हुआ।

सिर्फ ताकत दिखाना है मकसद

इसके बाद हुई प्रेसवार्ता में सपा व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष गोपेश अग्रवाल ने बताया कि यह बंद व्यापारियों का शोषण है। इसका हर हाल में पुरजोर विरोध होगा। यदि जबरन बंद कराया गया तो उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा। बरेली व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष नासिर सिद्दीकी ने कहा कि बंद का आह्वान करने वाला संगठन सिर्फ ताकत दिखाकर अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश में है। उप्र व्यापारी सुरक्षा फोरम के जिलाध्यक्ष अमित वर्मा ने कहा कि एक दिन के बंद से बिजली संकट का समाधान नहीं होगा।

उप्र उद्योग व्यापार संगठन के महानगर अध्यक्ष विशाल मेहरोत्रा ने कहा कि बंद का आहवान करने वाला संगठन एक बार फिर विचार कर लें। बंद के बहाने व्यापारियों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा। इस दौरान मोहम्मद नदीम कुरैशी, अंकुर सक्सेना, राजीव पंडित, संजीव औतार अग्रवाल, मंजीत सिंह, दिनेश चंद्र कटियार, नरेश शर्मा, गौरव सक्सेना आदि मौजूद रहे।

बंद का विरोध करने वाले संगठन

अल्प संख्यक समाज उद्योग व्यापार मंडल, आइएमसी व्यापार मंडल, व्यापारी सुरक्षा फोरम, रूहेलखंड उद्योग व्यापार मंडल, सर्राफा एसोसिएशसन, अल्पसंख्यक व्यापार मंडल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल आदि।

रैली निकाल किया बंद का आह्वान

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि संगठन के पदाधिकारी सोमवार को पूरे दिन प्रचार में व्यस्त रहे। दिन में व्यक्तिगत तौर पर और फोन से अन्य संगठनों के पदाधिकारियों से संपर्क किया। इसके बाद शाम को शहामतगंज कार्यालय से प्रचार रैली निकाली। इसमें उन्होंने शहर के सभी प्रमुख बाजारों में घूमकर आम व्यापारियों से संपर्क किया। बिजली कटौती के समाधान के लिए उन्होंने एक दिन के बंद में सहयोग मांगा। पूरे रास्ते व्यापारियों को जागरूक करने के लिए पंफलेट आदि भी बांटे गए। इसमें संगठन के युवा प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र गुप्ता, संजीव चांदना, मनमोहन सब्बरवाल, विपिन गुप्ता, सुदेश अग्रवाल, जुगेश साहनी आदि मौजूद रहे।

रिक्शे घुमाकर किया प्रचार

रैली के अलावा संगठन ने शहर के सभी बड़े और छोटे बाजारों में रिक्शे घुमवाए। इसमें उन्होंने बिजली कटौती पर संगठन के बरेली बंद के निर्णय पर सहयोग की अपील की। इससे मंगलवार को बरेली महाबंद कर सरकार पर दवाब बनाया जा सके। इससे शहर की विद्युत व्यवस्था में सुधार हो। इसके अलावा संगठन के पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां बांटी गई, जिससे शहर के सभी व्यापारियों और संगठनों से संपर्क किया जा सके।

भाजपा के साथ शिवसेना ने भी दिया समर्थन

भाजपा ने जिला और महानगर अध्यक्ष राजकुमार और पुष्पेन्दु शर्मा ने बंद का समर्थन किया है। पुष्पेन्दु शर्मा ने कहा कि शहर में बिजली व्यवस्था काफी खराब है। आपूर्ति के मामले में तो शहर के साथ सौतेला व्यवहार है। इसके अलावा लोकल फाल्ट भी मुसीबत का सबब बनते हैं, जिससे शहर में अक्सर ब्लैक आउट की स्थिति बनती है, इसलिए पार्टी व्यापार संगठन के बंद का समर्थन करती है। शिवसेना के महानगर प्रमुख पंकज पाठक ने भी महाबंद का समर्थन किया।


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