पत्नी को अपने हाथों से दे दी सजा-ए-मौत!
जागरण संवाददाता, बरेली : शराब के लिए रुपये न मिलने से गुस्साए पति ने अपने हाथों से ही पत्नी को सजा-ए-मौत दे दी। जालिम ने उसे पहले तो बेदर्दी से पीटा फिर उसे फांसी पर टांग दिया। पड़ोसियों ने घटना की जानकारी महिला के परिजनों को दी। मौके पर आए परिजनों ने उसे उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां शनिवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। उधर पुलिस ने आरोपी पति को जेल भेज दिया है।
मूल रूप से फरीदपुर निवासी चंदा बी (35) की शादी पंद्रह साल पहले कांकरटोला बारादरी में रहने वाले रशीद के बेटे माजिद से हुई थी। माजिद कबाड़ बेचने का काम करता है। चंदा के भाई इस्लाम ने बताया कि माजिद व उसकी बहन के तीन बेटियां और छह बेटे हैं। शादी के बाद से ही माजिद उनकी बहन को परेशान करता था। माजिद अक्सर चंदा से शराब के लिए रुपए मांगता रहता था। इन्कार करने पर माजिद उसे जान से मारने तक की कोशिश कर चुका था। 24 जुलाई को रात करीब नौ बजे उसने चंदा बी से शराब पीने के लिए रुपए मांगे। इन्कार करने पर मारपीट की। आरोप है कि रात करीब तीन बजे उसने फिर चंदा की पिटाई की और कुंडे में साड़ी का फंदा बनाकर उसे लटका दिया। शोर शराबा होने पर पड़ोसियों ने इलाके में ही रहने वाले चंदा के रिश्तेदारों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे रिश्तेदारों ने चंदा को कुंडे से उतारकर अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां शनिवार सुबह उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतका के भाई ने तीन लोगों के खिलाफ बारादरी थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने आरोपी पति माजिद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि दो आरोपी (माजिद के भाई)फरार हैं। पुलिस ने शव मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
..और छीन गया मां का आंचल
माजिद का सबसे बड़े लड़के की उम्र 12 वर्ष है, जबकि अन्य सभी उससे छोटे हैं। इन मासूमों को पता ही नहीं है कि अब उनके सिर पर ममता का आंचल हमेशा-हमेशा के लिए हट चुका है।
वर्जन
परिजनों से मिली तहरीर के आधार पर आरोपी पति को जेल भेज दिया गया है। जबकि उसके भाइयों पर लगे आरोपों की जांच जारी है।
आरके सिंह, बारादरी इंस्पेक्टर