रेल पटरी टूटी, बाल-बाल बची गोंडा पैसेंजर
बाराबंकी : सफेदाबाद-बाराबंकी रेल खंड के मध्य डाउन लाइन की पटरी बुधवार को सुबह के समय गश्त कर रहे चाभ
बाराबंकी : सफेदाबाद-बाराबंकी रेल खंड के मध्य डाउन लाइन की पटरी बुधवार को सुबह के समय गश्त कर रहे चाभी मैन को टूटी मिली। उसी समय गोंडा पैसेंजर गुजरने वाली थी। चाभी मैन ने अपनी सूझ-बूझ से ट्रेन को रोककर सुरक्षा प्लेट टूटी हुई पटरी पर बांधी। इससे हजारों यात्रियों की जान बचाई जा सकी।
सफेदाबाद रेलवे स्टेशन से बाराबंकी की तरफ रंघई गांव के रेलवे गेट संख्या 179 बी के पास डाउन लाइन पर 1071 किमी के खंभा संख्या 20-22 के मध्य कार्यवाहक चाभी मैन लालाराम को बुधवार सुबह लगभग 6:30 बजे रेल पटरी टूटी हुई मिली। पटरी के बीच लगभग एक सेंटीमीटर की दरार बन गई थी। घटना की सूचना उसने अविलंब सफेदाबाद स्टेशन अधीक्षक और रेल पथ निरीक्षक को दी। इसी समय डाउन लाइन पर गाड़ी संख्या 55050 गोंडा पैसेंजर आ रही थी। चाभी मैन ने बहादुरी का परिचय देते हुए दौड़कर खंभा संख्या 28 के पास चेतावनी देने वाला पताका बांधा और लाल झंडी लगा दी तथा डाउन लाइन पर बंधी अतिरिक्त सुरक्षा प्लेटों को खोलकर टूटी हुई पटरी पर बांधी। इससे गोंडा पैसेंजर सुरक्षित गुजर सकी और हजारों यात्रियों की जान बच सकी।
मौके पर रेल पटरी की जोड़ाई करने वाली टीम पहुंच चुकी थी लेकिन अधिकारी नदारद थे। ट्रेनों को कॉशन देकर गुजारा जा रहा था। सफेदाबाद स्टेशन अधीक्षक डीके शुक्ला ने बताया कि सुबह कार्यवाहक चाभी मैन लालाराम द्वारा रेल पटरी टूटी होने की सूचना मिली। अब सभी गाड़ियों को कॉशन पर गुजारा जा रहा है तथा पुनरीक्षण कार्य शुरू कर दिया गया है।
पचास दिनों में तीसरी बार टूटी पटरी
पचास दिन के अंदर बाराबंकी और मल्हौर रेल खंड के मध्य डाउन लाइन की पटरी तीन बार टूट चुकी है। रेल अधिकारी यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के प्रति संवेदनशील नहीं हैं। शायद, इसीलिए 3 अप्रैल को मल्हौर- सफेदाबाद स्टेशन के मध्य टूटी पटरी को एक दिन बाद जोड़ा गया। इसी तरह 9 मई को सफेदाबाद स्टेशन के पास टूटे ग्लूड को 36 घंटे बाद जोड़ा गया। जबकि, गाड़ियां इन्हीं टूटी पटरियों से लगातार गुजारी जाती रहीं।