..और एक किसान को मिला एक रुपए का लाभ
बाराबंकी : गेहूं खरीद में खुली बोली का सच चौकाने वाला है। अब तक हुई खुली बोली में मात्र एक रुपए का ल
बाराबंकी : गेहूं खरीद में खुली बोली का सच चौकाने वाला है। अब तक हुई खुली बोली में मात्र एक रुपए का लाभ एक किसान को हुआ है।
सोमवार को नवीन मंडी में गल्ला व्यापारियों की दुकानें बंद दिखाई पड़ी। इसके बावजूद मंडी सचिव का दावा है कि हर रोज बोली के जरिए किसानों का गेहूं खरीदा जा रहा है।
मंडी सचिव के मुताबिक 21 अप्रैल को हुई बोली में फदुल्लापुर के किसान राजेश कुमार के गेहूं की पहली बोली 1600, दूसरी बोली 1610 व तीसरी बोली 1620 तथा चौथी बोली 1626 रुपए लगी। चूंकि गेहूं का समर्थन मूल्य 1625 रुपए प्रति ¨क्वटल निर्धारित है ऐसे में अंतिम बोली बोलने वाले के पक्ष में गेहूं निर्गत किया गया। इस तरह एक रुपए प्रति ¨क्वटल की दर से किसान को फायदा हुआ। इसी तरह ग्राम श्यामापुर के किसान अंबिका का गेहूं 1625, सेमरावां के किसान राकेश का गेहूं 1600 रुपए में, आलमपुर के किसान मोहन कुमार का गेहूं 1625 रुपए में बिका।
योगी सरकार ने किसानों को गेहूं का अधिकाधिक मूल्य दिलाने के लिए मंडियों में खुली बोली के जरिए गेहूं खरीद कराने का निर्देश दिया है। निर्देश के क्रम में डीएम डॉ. रोशन जैकब ने नवीन मंडी व सफदरगंज मंडी में खुली बोली लगवाने की व्यवस्था मंडियों के सचिवों के साथ मिलकर एसडीएम सदर व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को करने के लिए नामित किया था। डीएम ने निर्देश दे रखा है कि समर्थन मूल्य 1625 से कम पर बोली यदि व्यापारी लगाते हैं तो किसान का गेहूं क्रय केंद्र पर समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। नवीन मंडी में हालांकि बोली लगाए जाने जैसी कोई व्यवस्था मंडियों में दिखाई नहीं पड़ रही है। गल्ला व्यापारी मंडी में दुकानें नहीं खोलते हैं। अपने फ्लोर मिल व बाड़ों पर ही खरीदारी करते हैं। नवीन मंडी में एक फ्लोर मिल के संचालन के दुकान के सामने बैनर टांग रखा है जिस पर फ्लोर मिल संचालक के फोन नंबर के साथ लिखा है। दो नीलामी चबूतरों पर विपणन शाखा, राज्य कर्मचारी कल्याण निगम व नैफेड के गेहूं क्रय केंद्र संचालित हैं। एक नीलामी चबूतरे पर सब्जी एवं फल व्यापारियों के कैरेट रखे हैं।