सो रही वृद्धा की चाकुओं से गोदकर नृशंस हत्या
बाराबंकी : घर के भीतर सो रही एक वृद्ध महिला को चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया। वारदात के प
बाराबंकी : घर के भीतर सो रही एक वृद्ध महिला को चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया। वारदात के पीछे पुरानी रंजिश बताई जा रही है। एसपी व एएसपी ने घटना स्थल का जायजा लिया। पुलिस ने मृतक के पुत्र की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।असंदरा थाना क्षेत्र के ग्राम पूरब बेलांव निवासी गुरूदेई (60) सोमवार रात घर के आंगन में छप्पर के नीचे सो रही थी। रात करीब दो बजे सोते समय उसके गले में चाकू से तीन वारकर उसे मरणासन्न कर दिया गया। गुरूदेई के पुत्र दिलीप रावत का कहना है कि वह भीतर कमरे में सो रह था। शोर सुनकर जब वह बाहर आया तो तीन लोग दरवाजे के रास्ते बाहर भाग रहे थे। गंभीर रूप से घायल मां को अस्पताल ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस को बुलाया गया। कोठी सीएचसी से उन्हे जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां रास्ते में उनकी मौत हो गई। सूचना पर पुलिस अधीक्षक राजू बाबू ¨सह, अपर पुलिस अधीक्षक शफीक अहमद ने घटना स्थल का जायजा लिया। दिलीप व पास पड़ोस के लोगों के बयान दर्ज किए। पुत्र दिलीप ने बताया कि घायलावस्था में मां ने उसे बताया था कि एक हमलावर को गांव के ही सुअरी को पहचान लिया था। एएसपी शफीक अहमद ने बताया कि दिलीप की तहरीर पर सुअरी सहित दो अज्ञात पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
क्या है पुरानी रंजिश : दिलीप ने करीब चार साल पूर्व गांव की एक युवती को भागा कर प्रेम विवाह कर लिया था। जिससे उसकी पुत्री भी पैदा हुई थी लेकिन विवाह के करीब एक साल बाद युवती को वापस घर ले जाकर परिवारीजनों ने उसका दूसरा विवाह कर दिया। जिससे नाराज दिलीप ने अपनी पत्नी की मां के दोनों पैर बांके से काट डाले थे। इस प्रकरण में 2014 में दिलीप के खिलाफ हत्या का प्रयास दर्ज कर जेल भेजा गया था और 13 माह जेल रहा।
शक के दायरे में करीबी : मृतक के पुत्र ने पुलिस को बताया कि हत्यारे मुख्य दरवाजे से भाग रहे थे। जबकि दरवाजा भीतर से बंद था। हत्यारों का घर में किसी अन्य रास्ते से घुसने का निशान भी नहीं मिला है। ऐसे में हत्यारे घर के भीतर कैसे घुसे। यही नहीं पास पड़ोस के लोगों को वारदात की जानकारी तब हुई जब एंबुलेंस आई इससे पूर्व उन्हें कोई शोर नहीं सुनाई दिया। ऐसे में करीबी भी वारदात का सूत्रधार होने की आशंका है।