दुष्कर्म हुआ या नहीं, पुलिस भ्रम में
बाराबंकी : पांच दिन पूर्व हुई कथित गैंगरेप की घटना के घटना स्थल का निरीक्षण अपर पुलिस अधीक्षक शफीक अ
बाराबंकी : पांच दिन पूर्व हुई कथित गैंगरेप की घटना के घटना स्थल का निरीक्षण अपर पुलिस अधीक्षक शफीक अहमद ने किया। जल्द जांच पूरी करने के निर्देश दिए। हालांकि वह खुद इस मामले में शंकित रहे हैं।
कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दयारामपुरवा की रहने वाली एक महिला ने बलात्कार करने का आरोप अपने गांव के कुछ अपने विरोधियों पर लगाया था। पीड़िता का कहना था कि वह अपने पति के साथ लखनऊ गई थी। वहां से वापस लौटते समय गांव के तीन लोगों ने रास्ते में रोककर जबरिया उसकी इज्जत लूट ली। महिला का कहना था कि कोतवाली में उसकी रिपोर्ट नहीं दर्ज की तो उसे अपर पुलिस अधीक्षक के पास जाना पड़ा। घटना के तीसरे दिन पुलिस ने महिला की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया था।
महिला जिस गांव की निवासी है, वहां करीब दो वर्षों से विवाद चल रहा है तथा अब तक कई बार भाकियू एक पार्टी के पक्ष में धरना प्रदर्शन व कोतवाली का घेराव कर चुकी है। इतना ही नहीं दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज करा चुके हैं। भूमि विवाद का मुकदमा भी न्यायालय पर विचाराधीन है। अभी पिछली दो जुलाई को आरोपी पक्ष मारपीट का मुकदमा दर्ज करा चुका है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने भी दुष्कर्म की घटना को संदिग्ध बताते हुए जांच करने के निर्देश दिए थे। ¨कतु पुलिस ने बिना जांच किए ही मुकदमा दर्ज कर लिया था। हालांकि कोतवाल का भी मानना है कि गैंगरेप की घटना पूरी तरह से फर्जी है। बदले की भावना से लिखाई गई है। घटना के पांचवे दिन अपर पुलिस अधीक्षक शफीक अहमद घटना स्थल पर पहुंचे और घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण कर लोगों से पूछताछ कर घटना के यथाशीघ्र खुलासे के निर्देश दिए।