आश्नाई में जिगरी दोस्त बना बेरहम हत्यारा
फतेहपुर (बाराबंकी) : आश्नाई में द¨रदगी की हदें लांघकर एक दोस्त ने दोस्त का बेरहमी से कत्ल कर दिया। ल
फतेहपुर (बाराबंकी) : आश्नाई में द¨रदगी की हदें लांघकर एक दोस्त ने दोस्त का बेरहमी से कत्ल कर दिया। लाश को झाड़ियों में फेंककर मौके से फरार हो गया। इस घटना का पुलिस ने राजफाश करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करके आला कत्ल बरामद करने में भी सफलता प्राप्त की है।
विदित हो कि 18 अप्रैल को नगर के एक छोर पर स्थित ¨सचाई विभाग के गेस्ट हाउस के निकट युवक की क्षत-विक्षत लाश बरामद हुई थी। जिसका चेहरा पूरी तरह से कुचला हुआ था। घर से 15 दिनों तक संपर्क न हो पाने के कारण परिवारीजनों ने कोतवाली आकर मृतक के कपड़ों से उसकी पहचान की। मृतक फतेहखान जिला सीतापुर के महमूदाबाद थाना अंतर्गत मीरानगर का रहने वाला था। परिवारीजनों की तहरीर पर 27 अप्रैल को मुकदमा पंजीकृत करके कोतवाली पुलिस ने घटना की तफ्तीश शुरू की थी। आरोपी एवं मृतक के मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर पुलिस की पड़ताल में मामला त्रिकोणीय प्रेम संबंध का निकला। पुलिस की तफ्तीश में मिले सुरागों ने इस बात के ठोस सबूत दिए कि मृतक फतेहखान का जिगरी दोस्त अकरम ही असली हत्यारा है। इसने अपने जिगरी दोस्त को आशनाई के चलते ईंटों से कुचलकर बेरहमी से मार डाला। शव को झाड़ियों में फेंक कर मौके से फरार हो गया। सर्विलांस के आधार पर गुरुवार की अपराह्न तीन बजे पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पुलिस के समक्ष अपने दोस्त की हत्या करने का जुर्म कबूल कर लिया। जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने आलाकत्ल एवं मृतक की जींस, चप्पल एवं मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया।
प्रभारी निरीक्षक मोहन वर्मा ने शुक्रवार को हत्यारोपी को जेल भेजवा दिया। घटना की खुलासे में लगे सीओ दिनेश कुमार ¨सह ने बताया कि घटना के दिन 10 अप्रैल को मृतक और आरोपी की मोबाइल लोकेशन कानपुर से कस्बा के पटेल चौराहे तक एक साथ ही मिली लेकिन उसके बाद दोनों मोबाइल की लोकेशन अलग हो गई। इसी ¨बदु के आधार पर आगे बढ़ी तफ्तीश में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
इनसेट-त्रिकोणीय प्रेम संबंध बनी हत्या की वजह
फतेहपुर : जिला सीतापुर के महमूदाबाद थाना क्षेत्र के मीरानगर गांव निवासी फतेहखान और अकरम बचपन से ही जिगरी दोस्त थे। कई वर्षों से जिला कानपुर स्थित एक बिस्कुट फैक्ट्री में दोनों कार्य करते थे एवं एक साथ ही रहते थे। पुलिस सूत्रों की मानें तो अकरम के अवैध संबंध कोतवाली अंतर्गत खेरिया गांव निवासी एक महिला से थे। अकरम अक्सर अपने जिगरी दोस्त फतेह खान के साथ महिला के घर आया जाया करता था। इसी बीच महिला के फतेह खान से भी संबंध हो गए। जिसकी भनक अकरम को लगते ही उसने अपने बचपन के जिगरी दोस्त को ही ठिकाने लगाने की योजना बना डाली। 10 अप्रैल को दोनों कानपुर से बाराबंकी होते हुए फतेहपुर पहुंचे। योजनाबद्ध तरीके से अकरम और फतेह खान उस महिला के घर से चंद दूरी पर सुनसान इलाके में स्थित ¨सचाई विभाग के गेस्ट हाउस के निकट पहुंचे। देर शाम अकरम ने फतेह खान को पीछे से ईंट पत्थर से तगड़ी चोट देकर मौत के घाट उतार दिया। सिर को पूरी तरह कुचलकर घटना स्थल के निकट गहरी खाई में झाड़ियों के पीछे छुपाकर मौके से फरार हो गया। घटना के आठ दिन बाद 18 अप्रैल की शाम मृतक फतेह खान का सड़ा हुआ शव कोतवाली पुलिस ने बरामद किया गया था। तभी से पुलिस घटना के खुलासे की कवायद में जुटी हुई थी। इसका पटाक्षेप गुरुवार की दोपहर बाद हत्यारोपी की गिरफ्तारी के बाद हो गया।