बच्चे भी पढ़ा रहे यातायात सुरक्षा का पाठ
बाराबंकी : कहावत है कि शिक्षक अगर योग्य मिल जाए तो बच्चों की प्रतिभा और निखर आती है। क्योंकि बच्चे त
बाराबंकी : कहावत है कि शिक्षक अगर योग्य मिल जाए तो बच्चों की प्रतिभा और निखर आती है। क्योंकि बच्चे तो मिट्टी की तरह होते हैं उन्हें जैसे ढाला जाता है वह ढल जाते हैं। कुछ इसी तरह पूर्व माध्यमिक विद्यालय मियागंज के शिक्षक आशुतोष आनंद अवस्थी कर रहे हैं। उनकी प्रेरणा से यहां के बच्चे खाली समय में यातायात माह के दौरान लोगों को यातायात सुरक्षा का पाठ पढ़ा रहे हैं।
तहसील रामसनेहीघाट के इस विद्यालय में मीना मंच इतना सक्रिय है कि यहां के बच्चे पिछले कई सालों से सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। क्षेत्र में अग्निकांड हो या बाढ़ यह होनहार बच्चे हर आपात स्थिति में प्रभावित लोगों की मदद करने में हमेशा आगे रहते हैं। इस स्कूल के बच्चे कंप्यूटर शिक्षा भी ग्रहण कर रहे हैं। उनकी लगन को देखते हुए पूर्व ब्लॉक प्रमुख दरियाबाद बच्चों की सुविधा के लिए एक प्रोजेक्ट भी दे चुके है।
इस स्कूल के मीना मंच से जुड़े बच्चे खाली समय में रोड से गुजरने वाले राहगीरों को रोककर उन्हें यातायात के नियमों की जानकारी दे रहे हैं। लोगों को दुर्घटना बाहुल्य स्थानों की जानकारी देकर हेलमेट लगाने के फायदे समझा रहे हैं। इसके लिए बच्चों ने एक बैनर भी मीना मंच की तरफ से बनवाया है। इन बच्चों के शिक्षक आशुतोष कहते हैं कि बच्चों का सर्वांगीण विकास कर सामाजिक गतिविधियों योग्य बनाना ही शिक्षा का मूल उद्देश्य होता है। खंड शिक्षाधिकारी संतोष मिश्र कहते हैं कि हमें अपने बच्चों व शिक्षकों पर गर्व है।