'चाची आवास लियव लरिकक फिर प्रधान बनाव'
सतरिख (बाराबंकी): बंकी ब्लॉक में खुली बैठक में इंदिरा आवास के पात्रों का चयन मजाक बना है। किसको आवास
सतरिख (बाराबंकी): बंकी ब्लॉक में खुली बैठक में इंदिरा आवास के पात्रों का चयन मजाक बना है। किसको आवास देना है? इसकी सूची लेकर प्रधान घूम रहे हैं। दरवाजों पर दस्तक देकर बाकायदा सूची पढ़ रहे हैं। आवास दिलाने का पूर्ण आश्वासन देकर वोट भी मांग रहे हैं।
बंकी में 62 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें 2002 की बीपीएल सूची के तहत एक से पांच सितंबर तक पंचायतों में खुली बैठकें कराकर इंदिरा आवास के लिए पात्रों का चयन करना है। खंड विकास अधिकारी बंकी ओमप्रकाश यादव का कहना है कि कुरौली, मोहद्दीनपुर, ढकौली, दानियालपुर, कमरपुर, बस्ती, दाउतपुर व जरहरा सहित 12 पंचायतों में बुधवार को खुली बैठकें कराई जाएंगी। जिसमें ग्रामीणों के बीच आवास के पात्रों की सूची पढ़कर सुनाई जाएगी। बैठकें हकीकत में होंगी या फिर कागजों पर इसकी नजीर जरहरा पंचायत में देखने को मिली। ब्लॉक में बैठक की सूचना दी गई लेकिन पंचायत में बैठक नहीं कराई गई। सचिव देवेंद्र ¨सह ने बताया कि बैठक आज नहीं होनी है फिर किसी दिन होगी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के ऐन पूर्व वक्त यह फैसला प्रधानों के लिए मुफीद बन गया है। बताया जाता है कि प्रधानों ने अपने मन मुताबिक आवास के पात्रों की सूची तैयार की है। इसमें नियमों को दरकिनार पुन: प्रधान के पद पर काबिज होने का पूरा सिस्टम बैठाया गया है। कुछ प्रधान सूची लेकर घूम रहे हैं और वोट भी मांग रहे हैं। सतरिख कस्बे से तीन किलोमीटर क्षेत्र में स्थित एक पंचायत के युवा प्रधान एक महिला के दरवाजे पर पहुंचे। आवास की सूची में महिला का नाम पढ़कर सुनाया फिर बोले चाची आवास दिलैबय लेकिन हमका फिर प्रधान बनाय देहेव। यह हाल किसी एक पंचायत का नहीं है। अधिकांश में ऐसा ही सुनने को मिल रहा है। दरामनगर निवासी समाजसेवी ओंकारनाथ वर्मा का कहना है कि प्रधान अपनों को आवास का लाभ देंगे। इसमें पंचायत सचिवों की भूमिका भी जांच का विषय है।