पूरे नुकसान की भरपाई संभव नहीं : मंत्री
बाराबंकी : जिला प्रशासन ने वादे के मुताबिक किसानों के फसल नुकसान की भरपाई शुरू कर दी है। शनिवार को क
बाराबंकी : जिला प्रशासन ने वादे के मुताबिक किसानों के फसल नुकसान की भरपाई शुरू कर दी है। शनिवार को कई गांवों में शिविर लगाकर चेक बांटे गए। फतेहपुर तहसील क्षेत्र में वन राज्यमंत्री फरीद महफूज किदवई ने किसानों को चेक प्रदान किया। हालांकि अभी तक जिला प्रशासन को नुकसान की भरपाई के लिए सिर्फ ढाई करोड़ रुपये ही मिल पाए हैं जबकि सभी किसानों तक मुआवजा राशि पहुंचाने के लिए 101 करोड़ की दरकार होगी।
विशुनपुर संवादसूत्र के अनुसार वन राज्यमंत्री ने क्षेत्र के कोढ़वा ग्राम में आयोजित एक समारोह में आपदाग्रस्त किसानों को राहत राशि की चेकें प्रदान की। उन्होंने कहा कि प्रकृति के कोप के चलते इस बार किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। पूरे नुकसान की भरपाई तो संभव नहीं है परंतु प्रदेश सरकार द्वारा 18000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया जा रहा है। कुर्सी विधान सभा के आपदाग्रस्त किसानों को तेरह करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की जाएगी। उन्होंने 71 किसानों को आपदा राहत की डेढ़ हजार से लेकर दो हजार आठ सौ तक की चेकें प्रदान की। मोहम्मदपुर में भी 125 किसानों को चेकें प्रदान की गईं।
रामनगर संवादसूत्र के अनुसार एसडीएम ने बताया कि क्षेत्र के 89 किसानों को आर्थिक सहायता की चेक दिए गए। उन्होंने बताया कि 30 लाख रुपये कृषि अनुदान के लिए प्राप्त हुए हैं। तहसील क्षेत्र में 20 हजार कृषकों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि सुरवारी में 22 किसानों को, अशोकपुर चाचू सराय में 35 लोगों को, विश्वभरपुर में 19 व लालूपुर में 13 किसानों को एक हजार पांच सौ रुपये की चेक दी गई ह ।
रामसनेहीघाट संवादसूत्र के अनुसार एडीएम के निर्देश पर एसडीएम प्रभाकांत अवस्थी ने चकरामपुर में शिविर लगाकर चेक वितरित किया। एसडीएम ने बताया कि चकरामपुर में 22 किसानों को एक हजार पांच रुपये की चेकें प्रदान की गई।
आज से होगा चेक वितरण
सिरौली गौसपुर : एसडीएम गरिमा स्वरूप ने बताया कि क्षेत्र में फसल क्षति का मुआवजा देने के लिए सूची व चेकें तैयार की जा रही हैं। क्षेत्र में कुल आठ हजार से ऊपर पीड़ित किसानों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि करीब चार करोड़ रुपये की मांग की गई है। फिलहाल 30 लाख रुपये अवमुक्त हो चुके हैं। रविवार से चेकों का वितरण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसी भी किसान को एक हजार पांच सौ रुपये से कम की चेक नहीं दी जाएगी।