जमीन पर कब्जेदारी को लेकर संघर्ष,नयापुरवा में तनाव
सतरिख (बाराबंकी): जमीन पर कब्जेदारी को लेकर नयापुरवा में दो पक्षों के बीच छिड़ी जंग में पुलिस की सुस्ती से बड़ी वारदात हो सकती है। रविवार की देर शाम संघर्ष और फायरिंग के मामले में महज एनसीआर दर्ज करना आग में घी का काम कर रहा है। दोनों पक्षों में तनाव बढ़ा बताया जा रहा है।
बीजेमऊ गांव के मजरे नयापुरवा में जमीन पर कब्जेदारी को लेकर अशोक यादव व वीरेंद्र यादव दो पक्षों के बीच महीनों से विवाद चला आ रहा है। शिकायतें थाना दिवस में भी हुई लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। इसी के चलते रविवार की देर रात गांव संघर्ष का मैदान बन गया था। इसमें वीरेंद्र की पत्नी, भतीजा, नीरज व एक किशोरी जख्मी हो गई थी जबकि अशोक यादव के पक्ष से उनका भांजा जख्मी हो गया था।
विवाद के बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे थे जहां एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाया था। पुलिस ने सोमवार को एक पक्ष से दो-दो लोगों को असंज्ञेय धारा में निरुद्ध किया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने यह कार्रवाई कर अपना पीछा छुड़ाने का कार्य किया है लेकिन दोनों पक्षों में विरोध के स्वर और बढ़ गए है। यदि समय रहते ध्यान न दिया गया तो बड़ी वारदात हो सकती है।
थानाध्यक्ष इंद्रेश यादव ने बताया कि दोनों तरफ से चार को नामजद किया गया है। गांव में शांति है।