हमलावर हुए ग्रामीण, भाग खड़ी हुई पुलिस
टिकैतनगर (बाराबंकी): आग लगने की सूचना के एक घंटे बाद भी पुलिस अथवा दमकल के न पहुंचने पर करीब पचास बीघा गेंहू की फसल जलकर राख हो गयी। देर से आने और मोबाइल पर प्रभारी निरीक्षक द्वारा ठीक से प्रतिउत्तर न देने पर भड़के ग्रामीणों ने वहां पहुंची पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। बचाव में पुलिस टीम मौके से भाग गयी। दरियाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम उदवत नगर में स्थित बांस के कोट में मंगलवार दोपहर अचानक आग फैल गयी। ग्रामीणों ने 100 व 101 सूचना दी। प्रभारी निरीक्षक के सीयूजी नंबर पर फोन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रभारी निरीक्षक ने कहा जल जाने दो पहुंच रहा हूं। एक तो सूचना दिए एक घंटा हो रहा था और ऐसे में प्रभारी निरीक्षक के बयान से ग्रामीण उग्र हो गए। जैसे-तैसे ग्रामीणों ने अपने प्रयासों से आग को काबू किया। लेकिन तब तक लखनऊ के अपर जिला जज रणधीर सिंह के पुत्र धनपाल, उनके परिवार की सावित्री, सुनीता और श्री किशन की करीब 50 बीघा फसल राख हो गयी। इसी बीच मौके पर उपनिरीक्षक रवि भदौरिया जीप से दो सिपाहियों के साथ पहुंचे। जिसे देख ग्रामीणों ने जीप पर पथराव कर दिया। उग्र ग्रामीणों को देख पुलिस मौके से दुम दबाकर भाग खड़ी हुई। इसकी सूचना सीओ राजेश तिवारी को दी गयी। सीओ एसडीएम अरुण कुमार रामसनेहीघाट व टिकैतनगर पुलिस और तीन दमकल गाड़ियों के साथ पहुंचे। ग्रामीणों को आकलन के बाद मुआवजा देने की बात कहकर शांत कराया। इसके उपरांत दमकल की तीनों गाड़ियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद बांस कोठ की आग को काबू किया। सीओ ने स्थानीय लोगों से टीम पर हमला करने वालों की जानकारी लेने की कोशिश की लेकिन किसी ने कोई जानकारी नहीं दी। सीओ ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। देरी के कारण ग्रामीणा उग्र थे यदि हमले की पुष्टि होती है तो कार्रवाई होगी।
नहीं थे इंस्पेक्टर : बताते हैं कि जिस समय आग लगी उस समय प्रभारी निरीक्षक दरियाबाद लखनऊ में थे। बात बढ़ने पर वह चेयरमैन अजीम के लक्जरी वाहन से मौके पर पहुंचे तब तक मामला शांत हो चुका था। सीओ ने कहा कि जांच होगी यदि इंस्पेक्टर क्षेत्र से बाहर जाने की पुष्टि हुई तो कार्रवाई होगी।