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चक्रवात से तबाही, छह मरे, 40 से अधिक घायल

By Edited By: Published: Fri, 18 Apr 2014 01:04 AM (IST)Updated: Fri, 18 Apr 2014 01:04 AM (IST)

बाराबंकी: गुरुवार शाम आए तेज तूफान ने एक किशोरी सहित छह लोगों की जान ले ली। 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं जिनमें से 14 को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। करीब 20 मिनट के इस तूफान ने जिले भर में तबाही मचा दी और जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। हाईवे व रेलमार्ग पर गिरे पेड़ों से सड़क व रेल यातायात ठप है जिसे सुचारु बनाने में रेल व जिला प्रशासन जुटा हुआ है। जिले भर की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है।

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देवा संवादसूत्र के अनुसार सिंदवाही में एक निर्माणाधीन मस्जिद की मीनार तेज हवाओं में ढह गयी। इसकी चपेट में आकर वहां देखरेख करने वाले 40 वर्षीय जुनेद की मौत हो गयी जबकि अयाज गंभीर रुप से घायल हो गया। निंदूरा संवादसूत्र के अनुसार कुर्सी थाना क्षेत्र के ग्राम मोहसंड निवासी कमरुद्दीन की 10 वर्षीय पुत्री मैसर जहां तूफान के दौरान घर के बाहर छप्पर के नीचे खड़ी थी। तभी पक्की दीवार सहित छप्पर गिर गया जिसकी चपेट में आकर मैसर जहां की मौके पर ही मौत हो गयी। कुर्सी बाजार में पेड़ गिरने से कस्बा निवासी अमित जायसवाल गंभीर रुप से घायल हो गया जिसे ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। रामसनेहीघाट संवादसूत्र के अनुसार कोटवा सड़क निवासी सुरेंद्र रावत का 14 वर्षीय पुत्र भोंदू रावत पर घर के बाहर छप्पर गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। बंकी संवादसूत्र के अनुसार तेज हवाओं में उड़ी टिन की चपेट में आकर बंकी निवासी फैजान घायल हो गया। जाबिर के मकान की दीवार ढहने से उसकी पत्‍‌नी मोहसिना बानो, पुत्री सायमा बानो और पुत्र अकील घायल हो गया। गंभीर रूप से घायल सायमा की उपचार के दौरान मौत हो गयी। निंदूरा संवादसूत्र के अनुसार घुंघटेर थाना क्षेत्र के ग्राम डबेरा में सत्तर वर्षीय बलदी की छप्पर गिरने से मौत हो गई। रामनगर संवादसूत्र के अनुसार मसौली थाना क्षेत्र के ग्राम डड़ियामऊ मजरे प्यारेपुर निवासी मनीराम यादव के मकान की दीवार ढहने से उनकी पत्‍‌नी फूलमती की मौत हो गयी। वहीं रामनगर के बुढ़वल चौराहे पर टिन की चपेट में आकर फल विक्रेता राकेश गंभीर रूप से घायल हो गया। विशुनपुर संवादसूत्र के अनुसार फतेहपुर कोतवाली अंतर्गत पुछाड़ पुरवा मजरे टीकापुर निवासी विक्रम रावत के मकान की दीवार ढहने से विक्रम गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि ग्राम विशुनपुर निवासी दीपू छप्पर गिरने से घायल हो गया। कोतवाली नगर अंतर्गत पल्हरी फार्म निवासी सोना देवी तेज हवाओं के कारण छत से गिरकर घायल हो गयी। लखपेड़ाबाग क्षेत्र में किराए पर रहे रहे रामतीरथ का सात वर्षीय पुत्र सुगम व उसका साथी अमन सिंह भी टिन की चपेट में आकर गंभीर रुप से घायल हो गए। गल्ला मंडी निवासी कृष्णा भी टिन की चपेट में आकर घायल हो गए। सफीपुर गदिया निवासी सहबान की पत्‍‌नी साजिदा बानो भी टिन की चपेट में आकर घायल हो गयी। पीरबटावन मुहल्ला निवासी आमिर की तेज हवाओं में दरवाजे की चपेट में आकर उंगली कट गयी। मुख्य बाजार में चूड़ी का ठेला लगाने वाले बड़ेल निवासी राकेश भी टिन की चपेट में आकर घायल हो गया। अस्पताल के सामने गिरे नीम के पेड़ की चपेट में आए टेम्पो में सवार फतेहपुर निवासी आरिफा गंभीर रूप से घायल हो गयी। आजाद नगर निवासी अशोक अस्पताल परिसर में ठेला लगाता है। जहां गिरे पेड़ की डाल से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जहांगीराबाद के मंझलेपुर निवासी लल्ली गिरे पेड़ की चपेट में आकर घायल हो गई। सभी घायल का जिला अस्पताल में उपचार कराया गया है।

हाईवे पर गिरे पेड़ : चक्रवातनुमा आए तूफान में जिले भर में सैकड़ों पेड़ गिरे। लखनऊ फैजाबाद, सुल्तानपुर, बहराइच हाईवे सहित अन्य सम्पर्क मार्गो पर पेड़ गिरने से घंटों यातायात ठप रहा। देर रात तक पेड़ों को काटकर हटाने का प्रयास जारी था।

इनसेट-मालगाड़ी पर गिरा पेड़: गुरुवार की शाम आए भीषण आंधी तूफान से देवा रोड स्थित रेल ट्रैक पर जा रही मालगाड़ी पर जिला कारागार परिसर की बाउंड्री में लगा विशालकाय यूकेलिप्टस का पेड़ गिर गया। हालांकि किसी को चोट नहीं लगी। इसी के पीछे धीरे-धीरे आ रही बरौनी ग्वालियर एक्सप्रेस को चालक की सूझबूझ से रोक दिया गया। इसी प्रकार सफेदाबाद स्थित रेलवे ट्रैक पर भी पेड़ गिरने से ट्रैक बाधित रहा। ओएचई इलेक्ट्रिकल लाइन पर भी यूकेलिप्टस का पेड़ गिर गया। बंकी रेलवे क्रासिंग के निकट भी पेड़ गिरा। तीनों जगहों पर देर शाम तक ट्रैक व मालगाड़ी से पेड़ को काटकर हटाने का कार्य किया जाता रहा। इस दौरान करीब दो दर्जन ट्रेनों को जगह-जगह रोक दिया गया है। इंटर सिटी, गोंडा पैसेंजर, लखनऊ बरौनी, आम्रपाली, फरक्का, दून भी डेढ़ घंटा विलंब से गई। शाम को कानपुर की ओर जाने वाली मेमू ट्रेन भी देर रात तक खड़ी थी। पेड़ों को हटाने के बाद इन ट्रेनों को निकाला जाएगा।

11 हजार के तार भी टूटे, बिजली आपूर्ति ठप: तेज आंधी में जिले भर में 30 से अधिक स्थानों पर विद्युत पोल टूटकर गिर गए। 11 हजार लाइन पर भी पेड़ गिर गया जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। शहर के लखपेड़ाबाग स्थित 11 हजार की लाइन का तार टूटकर गिर गया। ओबरी से चंदौली व जेपी नगर से चिनहट की लाइन पर भी जगह-जगह पेड़ गिर गया। कुल 33 जगहों पर तार पर पेड़ गिरने के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। 30 खंभे गिरे हैं तो वही एक दर्जन विद्युत पोल टेढे़ हो गए हैं। शहर के सिटी नंबर तीन, रेलवे फीडर, मिलेट्री फीडर भी खासे प्रभावित हुए हैं। रामनगर, रामसनेहीघाट, फतेहपुर क्षेत्र में बिजली के लकड़ी के अधिकांश पोल टूटकर गिर गए है। बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सभी जगह पेट्रोलिंग कराई जा रही है। फाल्ट ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल रात तक बिजली आपूर्ति चालू नही हुई थी। रेलवे स्टेशन के निकट विद्युत पोल एक मारुति कार पर गिर गया परंतु कोई हताहत नहीं हुआ। एक टेंपो पर पेड़ गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।

मार्ग भी अवरुद्ध: जगह-जगह मार्ग पर पेड़ गिरने से अवरुद्ध हो गया। लोगों को आवागमन के लिए अन्य रास्तों से जाना पड़ा। जिला चिकित्सालय के सामने चार पेड़ एक लाइन से गिर गए। जिसके कारण काफी देर तक मार्ग जाम रहा। दोनों ओर से वाहनों की कतारें लग गई। पुलिस लाइन के सामने तीन पेड़ गिर गए। नगर में अधिकांश जगहों पर होर्डिग भी गिरीं।

और दिन में जल गई बत्तियां: फतेहपुर: गुरुवार की शाम आई काली आंधी और तूफान ने जहां एक ओर मौसम का मिजाज बदल डाला वहीं दूसरी ओर सड़कों पर दर्जनों पेड़ गिरने एवं छप्पर टिन शेड आदि के ढह जाने से तहसील क्षेत्र में संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। काली आंधी ने भरी धूप में अंधेरा इतना गहरा कर दिया कि दिन में ही सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों की बत्तियां जलानी पड़ीं। कई स्थानों पर पेड़ बिजली के तारों पर गिर जाने से विशुनपुर में में विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। तहसील क्षेत्र के कई और इलाकों में भी विद्युत आपूर्ति ठप हो गई।

किसानों की समस्या गहराई: बाराबंकी: खेतों में काटकर रखा गया गेहूं के गट्ठर तेज हवा में उड़कर दूर-दूर तक बिखर गये। जो गेहूं खेत में लगा था वह भी फसल गिर गई। टमाटर के पेड़ भी गिर गए। सब्जियों की खेती में भी भारी क्षति पहुंची। सबसे अधिक नुकसान आम की फसल को हुआ है। मैंगो बेल्ट में लगे आम के बगीचों में आम की चादर जैसी बिछ गई। इस बार फसल अच्छी होने का अनुमान लगाया जा रहा था।

बंकी में कोहराम

ओबरी स्थित गांधी आश्रम के सामने शीशम का पेड़ राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे खाने-पीने की दुकान चला रहे इसी ग्राम निवासी जंग बहादुर पाल के छप्पर के ऊपर गिर पड़ा। आवाज सुनकर छप्पर के नीचे बैठे राहगीरों ने भागकर अपनी जान बचाई। इसी गांव में गायत्री मंदिर के आगे पेड़ के बिजली के तारों पर गिर जाने से तार टूटकर जमीन पर आ गए। अन्य कई स्थानों पर भी सप्लाई के तारों पर पेड़ गिरने से आपूर्ति बाधित हो गई। टिन की छत व होर्डिग के तेज हवा में उड़कर दूर गिरने से कई लोग बालबाल बचे।

विद्युत आपूर्ति व यातायात पर जोर

अपर जिलाधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन का पूरा ध्यान यातायात व्यवस्था व विद्युत आपूर्ति दुरुस्त करने पर है। इसके लिए वन विभाग व विद्युत विभाग को युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। जहां कहीं जरूरत होगी हादसे से पीड़ित परिवारों को तात्कालिक मदद पहुंचाने के निर्देश जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को दिए हैं। पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। प्रयास है कि जल्द से जल्द हालात को सामान्य कर लिया जाए। ट्रेनों में फंसे लोगों के बारे में भी रेलवे से संपर्क किया जा रहा है।


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