'साहेब नाहीं पता कब पडि़है वोट'
फतेहपुर (बाराबंकी): मतदाता जागरूकता अभियान की सारी कवायदें शहरी क्षेत्रों, पक्की सड़कों एवं पढ़े लिखों तक ही सीमित रह गई हैं। चुनाव आयोग के निर्देश पर जिले में चलाए जा रहे मतदाता जागरूकता अभियान जिले के सुदूर अंचलों में अशिक्षित ग्रामीणों तक अभी परवान नहीं चढ़ा है। उन्हें यह तो पता है कि चुनाव होने हैं लेकिन वोट कब पड़ेंगे? उन्हें तारीख तक नहीं मालूम।
ऐसा ही एक वाकया बुधवार को डीएम के फतेहपुर क्षेत्र के बेलहरा में एक बूथ के निरीक्षण के दौरान सामने आया जब डीएम मिनिस्ती एस, एसपी अब्दुल हमीद, एडीएम जेपी सिंह, एडिशनल एसपी ओपी सिंह सहित तमाम आला अधिकारी के साथ पूर्व माध्यमिक विद्यालय बेलहरा के बूथ संख्या 31, 32 एवं 33 का मुआयना कर रही थीं। उसी दौरान डीएम ने छेदा चौकी अंतर्गत भगवंतापुर निवासी एक व्यक्ति से पूछा, वोट कहां पड़ेगा? वो बोला 'छेदा मां'। डीएम ने दूसरा प्रश्न किया कि वोट कब पड़ेंगे? इसके जवाब में वह बोला 'साहेब नाहीं पता कब पड़िहैं वोट?' यह उत्तर सुनकर जहां डीएम एवं अन्य आलाधिकारी अवाक रह गए वहीं कई लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाए। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि ग्रामीण अंचलों में जागरूकता अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी जिन बीएलओ, अध्यापक अध्यापिकाओं आदि पर डाली गई है वह अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन से जमीनी स्तर पर उस तरह से नहीं कर रहे हैं जिसकी उम्मीद चुनाव आयोग प्रशासनिक अमले से लगाए बैठा है।