गेट न खुलने से बीमार पशुओं का नहीं हो पाता उपचार
नरैनी, संवाद सहयोगी : कस्बा का पशु अस्पताल पिछले 8 वर्ष से ब्लाक परिसर की बाउंड्री में बंद है। ब्ल
नरैनी, संवाद सहयोगी : कस्बा का पशु अस्पताल पिछले 8 वर्ष से ब्लाक परिसर की बाउंड्री में बंद है। ब्लाक प्रशासन की लापरवाही के कारण बाउंड्री का दूसरा गेट नहीं खोला जा रहा है। इससे कस्बा सहित ग्रामीण इलाकों से आने वाले बीमार पशुओं का इलाज नहीं हो पाता। कस्बा के ज्वाला प्रसाद शर्मा, आनंदी, सूरजदीन, रामकेश, दादूराम आदि ने बताया कि ब्लाक का एक ही गेट खुला रहता है। जहां से बीमार पशुओं को अंदर नहीं ले जाने देते। जबकि पशु अस्पताल ब्लाक बाउंड्री में स्थापित है। इस पशु अस्पताल के सामने वाला गेट खंड विकास अधिकारी की हठवादिता के कारण आज कई साल से बंद है। क्षेत्रीय पशु पालकों ने इस गेट को खुलवाने की मांग कई बार की है। इसके बाद भी गेट नहीं खोला जा रहा है। बीमार पशुओं के मरने का सिलसिला जारी है।
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पशु अस्पताल खोलने की मांग
नरैनी : 20 हजार की आबादी वाली महुआ ब्लाक की ग्राम पंचायत पनगरा में पशु अस्पताल न होने से प्रति वर्ष सैकड़ों पशुओं की मौत हो रही है।
पशुओं की नई-नई बीमारी फैलने के कारण दर्जनों पशु बीमार चल रहे हैं। पनगरा गांव के राजकुमार त्रिपाठी, राकेश कुमार साहू आदि ने बताया कि पशु अस्पताल बांसी गांव में है। जहां बीमार पशुओं को ले जाने में परेशानी होती है। ब्लाक की बड़ी ग्राम पंचायत होने के कारण पशु अस्पताल का होना आवश्यक है। दर्जनों पशु अभी भी बीमार चल रहे हैं। जिन्हें देखने वाला कोई कर्मी आसपास नहीं है। ग्रामीणों ने पशु अस्पताल खोलने की मांग की है।