26 लाख हड़पने का खेल फ्लाप, छाबी तालाब पहुंचे अधिकारी
बांदा, जागरण संवाददाता : दैनिक जागरण द्वारा गोद लिए गए छाबी तालाब में मिट्टी खुदाई के नाम पर किया जा
बांदा, जागरण संवाददाता : दैनिक जागरण द्वारा गोद लिए गए छाबी तालाब में मिट्टी खुदाई के नाम पर किया जा रहा लाखों का खेल फ्लाप हो गया। जिलाधिकारी योगेश कुमार के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट आरके श्रीवास्तव ने खुद तालाब पहुंच कर हकीकत देखी और लोगों की शिकायतों को गंभीरता से सुना। साथ ही संबंधित कार्यदाई संस्था को निर्देश दिए की मिट्टी खुदाई मानक के अनुरूप नहीं की गई है। मानसून सिर पर है। इसके बाद भी मिट्टी खुदाई का काम बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मौके की जांच रिपोर्ट वह जिलाधिकारी को सौंपेंगे।
बताते चलें कि जागरण की पहल पर ऐतिहासिक छाबी तालाब के सुंदरीकरण का काम शुरू हो गया है। शासन ने तालाब की खुदाई के लिए 26 लाख की धनराशि अवमुक्त की गई है। तालाब की खुदाई का दायित्व यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को सौंपा गया है लेकिन कार्रदाई संस्था के ठेकेदार ने तालाब के कुछ ही हिस्से में खुदाई की है। तालाब को मानक व स्टीमेट के अनुसार खुदा दिखाकर लाखों हड़पने का खेल शुरू कर दिया था। जागरण ने इस खेल का खुलासा किया। जागरण की खबर को संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट को मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए। सिटी मजिस्ट्रेट व कार्यदाई संस्था के अधिशाषी अभियंता के साथ तालाब गए और मौके की जांच की। छाबी तालाब विकास समिति के संरक्षक व मुहल्ले के लोगों ने बताया कि तालाब की महज 20 फीसद भी खुदाई नहीं की गई है और पैसे को हड़ंपने का काम किया जा रहा है। मिट्टी तालाब के किनारे 15 से 20 फिट चौड़ाई से डाल दी गई है ताकि तालाब की अधिक खुदाई न करनी पड़े। तालाब के एक बड़े भू-भाग को तालाब से पृथक कर दिया गया है। पुराने प्राचीन घाटों के ऊपर मिटटी डाली गई है। लोगों ने तालाब की मेड़ को पक्का किए जाने की मांग की। सिटी मजिस्ट्रेट ने निर्देश दिए की तालाब में मिट्टी खुदाई का काम मानकों के अनुरूप किया जाए। तालाब के किनारे-किनारे पड़ी मिट्टी की चौड़ाई को कम किया जाए। साथ ही उसे घाटों से हटाया जाए। सख्ती के साथ कहा कि तालाब की खुदाई का काम मानसून आने के पूर्व जल्द से जल्द पूरा किया जाए। वरना सरकारी धन की वसूली की जाएगी।
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इनसेट-
जांच के बाद हो भुगतान
कई बार तालाब की खुदाई के नाम पर कार्यदाई संस्थाएं पैसा हड़प गईं। तालाब आज भी बद से बदतर हालत में पड़ा है। इस बार ऐसा नही होने देगें। उन्होने प्रशासन से मांग की है कि भुगतान के पूर्व खुदाई की जांच कराई जाए। जांच टीम खुदाई को मानक के अनुरूप होना करार दे तभी भुगतान किया जाए। - राजे खन्ना, सदस्य छाबी तालाब विकास समिति
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तालाब पर नजर रखेंगे
शहर का अत्यंत प्राचीन तालाब है। जागरण की पहल पर तालाब का सौंदरीकरण जो अच्छी पहल है। छाबी तालाब विकास समिति सौंदरीकरण पर कड़ी नजर रखेगी। किसी भी कीमत में तालाब के सौंदरीकरण के नाम पर हेराफेरी बर्दास्त नही की जाएगी। जरूरत पड़ी तो आंदोलन का रास्ता भी अख्तियार किया जाएगा- डा.आरबी शुक्ला, सदस्य छाबी तालाब विकास समिति
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क्या कहते है अधिकारी
जिलाधिकारी के निर्देश पर छाबी तालाब की जांच की गई है। मिट्टी खुदाई में जो कमियां पाई गई हैं। उनके सुधार के निर्देश दिए गए है। मिट्टी खुदाई का काम जल्द पूरा करने को भी कहा गया है। जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप देंगे। - आरके श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट