पहले भी हुईं घटनाएं, कई तोड़ चुके दम
बांदा,जागरण संवाददाता : त्रिवेणी बाई पास में ट्रक व टेपों भिड़ंत में जिस तरह तीन छात्रों की मौत हुई ह
बांदा,जागरण संवाददाता : त्रिवेणी बाई पास में ट्रक व टेपों भिड़ंत में जिस तरह तीन छात्रों की मौत हुई हैं। ग्रामीणों का कहना रहा कि ऐसी घटनाएं पहले भी कई हुई हैं। जिसमें राहगीर मौत का निवाला बन चुके हैं। तीन माह पहले इसी क्षेत्र में ट्रक से कुचलकर स्कूल जा रहे बोधिपुरवा गांव निवासी छात्र सददाम 18 की भी मौत हो चुकी है। घटना के बाद मृतक सददाम के परिजन भी मौके पर पहुंचा। उसका कहना रहा कि अधिकारियों की ओर से मामले में कोई प्रभावी कार्यवाही नही हो सकी है। इससे उन्हें मुआवजा भी पूरा नही मिला पाया है। इसके अलावा क्षेत्र में दो अन्य राहगीरों की हादसे में पूर्व में मौते हो चुकी हैं। बेकाबू वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं। इससे ब्रेकर बनवाए जाना जरूरी हैं।
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घर से पैसे लेकर निकले थे छात्र
बांदा : हादसे मे जिन दोनों सगे भाई रवि व भोला की मौत हुई है उसके पिता श्याम लाल ने बताया कि घर से चलते समय बच्चों ने स्कूल में चल रहे टेस्ट परीक्षा की सामाग्री के लिए सौ रुपए मांगे थे। इससे बच्चों के पढ़ाई के लिए उसने खुशी खुशी पैसे दिए थे। इसी तरह दम तोड़ने वाले छात्र रामू के परिजनों ने बताया कि वह दो भाई में घर का छोटा बेटा था। स्कूल में तीस रुपए मंगाए गए थे इससे परिजनों ने पैसे देकर स्कूल भेजा था।
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बेड की दिखाई पड़ी दिक्कत
बांदा : अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इतनी कम जगह है कि एक साथ किसी भी हादसे के ज्यादा मरीज अस्पताल पहुंचते हैं तो बेड सभी को नही मिल पाते हैं। यही वजह रही कि हादसे के बाद शुक्रवार को जब टेपों सवार घायल छात्र व अन्य लोग अस्पताल पहुंचे तो इमरजेंसी में भीड़ बढ़ गई। हालाकि पहले से अस्पताल पहुंचे अधिकारियों की सूचना पर वहां पूरे बेड खाली करा दिए गए थे। चिकित्सीय टीम भी पूरी तरह बड़े हादसे को लेकर तैयार रही है। सिटी मजिस्ट्रेट शुरू से काफी देर तक अस्पताल में घायलों का हालचाल लेते रहे हैं।