कई परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण कार्य का संकट
बबेरू, संवाद सहयोगी : प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में वर्तमान समय में शिक्षकों क
बबेरू, संवाद सहयोगी : प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में वर्तमान समय में शिक्षकों की कमी को देखते हुये स्थानीय स्तर पर विद्यालय संचालित करने के लिये दूसरे विद्यालय में अटैचमेंट कर बच्चों को शिक्षित करने का कार्य तेजी के साथ चल रहा था। शिक्षा विभाग के नए फरमान के तहत पत्र जारी कर ऐसे सभी शिक्षकों को अटैंचमेंट से हटाने के सख्त निर्देश दिये गये। बबेरू क्षेत्र में 21 ऐसे प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय है जहां पर पद सृजित नहीं किये गये। अप्रैल से नये शिक्षा सत्र प्रारम्भ हो गया है और तीन माह बीत जाने के बाद उन विद्यालयों के बच्चों की शिक्षा रामभरोसे चल रही है। इसी तरह जसपुरा में सात विद्यालय अटैचमेंट के सहारे चल रहे थे जिसमें छह का अटैचमेंट समाप्त कर दिया गया है। खण्ड शिक्षा अधिकारी राजीव प्रताप ¨सह का कहना है कि जिन विद्यालयों में पद सृजित नहीं है ऐसे विद्यालयों में शिक्षकों का अटैचमेंट किया गया है। शेष अन्य विद्यालयों पर अटैचमेंट करने पर रोंक लग गयी है। प्राथमिक विद्यालय में हिन्दी, गणित, विज्ञान सहित कुल छह विषय वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय में हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, विज्ञान सहित 12 विषय शिक्षा विभाग से निर्धारित है लेकिन यदि इन विद्यालयों में एक शिक्षक को अटैच करेगे तो इन महत्वपूर्ण विषयों की पढ़ाई सम्भव है। ऐसे में छात्रों के अभिभावक को अंधेरे में रखकर सरकार के प्रतिनिध उनके साथ धोखा कर रहे है। प्राथमिक विद्यालय में तीन व उच्च प्राथमिक विद्यालय में कम से कम पांच शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिये तभी शिक्षा का स्तर बढ़ सकेगा। जनप्रतिनिधियों व बेसिक शिक्षा विभाग की लचर नीति के चलते बबेरू, कमासिन, जसपुरा, नरैनी में लगभग तीन सैकड़ा विद्यालय एकल या दो शिक्षकों के भरोसे चलना बताया जा रहा है।