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नहीं दूर हो पा रही लोहिया ग्रामों की दुर्दशा

अतर्रा, संवाद सहयोगी : वर्ष 2012-13 में डा.राममनोहर लोहिया समग्र ग्राम योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत बल

By Edited By: Published: Fri, 19 Dec 2014 01:07 AM (IST)Updated: Fri, 19 Dec 2014 01:07 AM (IST)

अतर्रा, संवाद सहयोगी : वर्ष 2012-13 में डा.राममनोहर लोहिया समग्र ग्राम योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत बल्लान, लमेहटा, बाघा, नांदनमऊ, भुसासी, शाहपुरसानी, अमृतपुरखेरवा, पौंडरा, मिर्जापुरबहोरनपुरवा, दिवली, पहरीमाफी, पाही, इकौना को चयनित कर सपा सरकार ने इन्हें चमकाने का प्रयास किया परंतु नया सत्र आ भी गया कागजों में ही यह गांव दुरुस्त नहीं हो सके। 36 कार्यक्रमों में यह गांव संतृप्त नहीं हो सके और सत्र 2014-15 में नए गांवों का चयन हो गया। ऐसा नहीं है कि अधिकारियों ने निर्देश देने में कोई कोताही रखी हो परंतु उन निर्देशों का पालन कितना हुआ यह देखने की जिले के किसी अधिकारी को फुर्सत ही नहीं मिली। बीते दिवस एसडीएम की जांच में इस खेल का खुलासा हुआ। 2013-14 में चयनित तेंदुरा सहित कई ग्रामों में समस्याओं का अंबार है। यह अलग बात है कि लोहिया ग्राम के बाशिंदे विकास पाने, देखने के लिए अभी भी उत्साहित हैं। बल्लान, नांदनमऊ के ग्रामीणों ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी पर बहुत हद तक रोकथाम कर ली जाए तो कोई भी योजना के कार्य रूप में परिणित होने में ज्यादा समय नहीं लग सकता। परंतु ऐसा न होने से अच्छी से अच्छी योजना धड़ाम बोल जाती है।


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