बुखार ने दो जिंदगियां और छीनीं
बांदा, जागरण संवाददाता : संक्रामक बिमारियों का प्रकोप थमने का नाम नही ले रहा है। एक बार फिर बुखार व
बांदा, जागरण संवाददाता : संक्रामक बिमारियों का प्रकोप थमने का नाम नही ले रहा है। एक बार फिर बुखार व खून की कमी से दो वृद्ध की मौत हो गई। सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या अधिक देखने को मिल रही हैं। गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती भी कराया जा रहा है।
संक्रामक बीमारियां लगातार पैर फैला रही हैं। पीलिया व बुखार पीड़ितों की संख्या तो दिनों दिन बढ़ रही है। आलम यह है कि सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की खासी भीड़ रहती है। गंभीर मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। इसी क्रम में अतर्रा रोड बांदा निवासी शिवप्रसाद (80) को कई दिनों से बुखार आ रहा था। शुक्रवार को हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। चिकित्सकों ने बुखार के साथ उन्हें खून की कमी होना भी बताया था। रविवार सुबह उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इसी तरह बबेरू कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बगेहटा निवासी फरहद (75) की भी उपचार के दौरान मौत हो गई। उन्हें भी जांच में खून की कम होना व बुखार की शिकायत बताई गई थी। बताते चलें कि इसके पहले भी बदौसा के ग्राम केउटन पुरवा में दो सगी बहनों समेत चार लोगों की मौत हो गई थी। जिले में अन्य जगहों पर भी बुखार पीड़ितों की मौत हो चुकी हैं। अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं। इसी तरह पीलिया भी जोर पकड़ रहा है। रोजाना अस्पताल में बुखार व पीलिया से पीड़ित तकरीबन दो दर्जन लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं।
संक्रामक बीमारियों से बचाव के उपाय
- दूषित पानी व बासी भोजन का सेवन न करें
- गंदगी से बचाव कर, साफ सफाई का ख्याल रखें
- मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छर दानी लगाएं
- घर व आसपास पानी न जमा होने दें
- सड़े व पुराने कटे फल का सेवन न करें।