रोजगार सेवकों ने उठाईं मांगे, ज्ञापन सौंपा
बांदा, जागरण संवाददाता : छह सूत्रीय मांगों को लेकर रोजगार सेवकों ने जनपद मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
गुरुवार को विकास भवन में गोष्ठी कर मार्च करते हुए रोजगार सेवकों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन दिया। मनरेगा अंतर्गत संविदा पर कार्यरत ग्राम रोजगार सेवकों ने मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में धरना दिया। ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति के आह्वान पर रोजगार सेवकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन कलक्ट्रेट में सौंपा। जिला संयोजक आलोक द्विवेदी, सह संयोजक कुलदीप सिंह ने बताया कि जल्द मांगों को पूरा न करने पर 26 सितंबर को लखनऊ में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। ज्ञापन में रोजगार सेवकों को नियमित कर कर्मचारी का दर्जा देने, सहायक सचिव की भर्ती पर तत्काल रोक लगाने, जाब चार्ट से अन्य कार्य जोड़कर योगदान लेने, ग्राम निधि प्रथम की धनराशि से मानदेय भुगतान करने, लंबित 20 माह का बकाया मानदेय भुगतान करने, चार स्तरों (ग्राम पंचायत, विकासखंड, जनपद, राज्य मनरेगा प्रकोष्ठ) पर विभाजित प्रशासनिक मद व्यय हेतु अनुमन्य धनराशि की व्यवस्था को समाप्त कर राज्य स्तर पर सेंटर पुल बनाने एवं स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा मनरेगा को संचालित करने की व्यवस्था को समाप्त करने व नगरीय क्षेत्रों की सीमा में विलीन ग्राम पंचायतों के रोजगार सेवकों को रिक्त ग्राम पंचायतों में समायोजित करने के शासनादेश जारी करने की मांग की गई है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष रामकिशोर साहू, रामानंद पांडेय, रामकृष्ण निषाद, राकेश कुमार, इदरीश आदि मौजूद रहे।