आखिरकार लग गया डिस्पेल बोर्ड
बांदा, जागरण संवाददाता : ट्रामा सेंटर के चल रहे निमार्ण को पूरा होने में अभी और कितना समय लगेगा। यह लोगों के लिए यक्ष प्रश्न बन गया है। निमार्ण कार्य शुरू होने के तीन माह बाद कार्यदायी संस्था ने मजबूरी में डिस्प्ले बोर्ड लगाया है। वहीं कार्य भी अभी कम होना दिखाई पड़ रहा है।
बताते चलें कि मंडल मुख्यालय के जिला अस्पताल बांदा परिसर में आठ सौ वर्ग मीटर के दायरे में 10 बेड वाली दो मंजिला इमारत तैयार की जा रही है। इसके निमार्ण की जिम्मेदारी राजकीय निमार्ण निगम बांदा यूनिट को सौंपी गई है। इसमें निमार्ण की लागत वैसे तो दो करोड़ 38 लाख 98 हजार रुपये स्वीकृत होना बताई जा रही है। इसका निमार्ण भी लोक सभा चुनाव के बाद शुरू हो गया था। यह और बात है कि निमार्ण की पारदर्शिता दर्शाने के लिए जहां निमार्ण एजेंसी की ओर से कोई डिस्प्ले बोर्ड नही लगाया गया था वही काम भी काफी धीमी गति में चल रहा था। डिस्प्ले बोर्ड अंकित न होने से अस्पताल आने वाला हर कोई लोगों से यह पूछता नजर आता था कि इसका निमार्ण कब पूरा होगा। इसकी लागत कितनी है। इन्हीं सब बातों को को दैनिक जागरण ने अपने 20 अगस्त के अंक में पेज नंबर में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसकी वजह से ट्रामा सेंटर के निमार्ण कार्य में जहां तेजी आई है। वहीं अब डिस्प्ले बोर्ड भी लगाना पड़ा है।
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दिन भर लोग देखते रहे डिस्प्ले बोर्ड
बांदा : ट्रामा सेंटर के निमार्ण का डिस्प्ले बोर्ड लगने के बाद लोगों की उत्सुकता कम हुई है। परिसर में लगाए गए बोर्ड को लोग दिनभर देखते रहे हैं। इससे यह भी आंकलन लोग कर रहे हैं जिस हिसाब से अभी तीन माह में काम दिखाई पड़ रहा है। शेष बचे 9 माह में काम पूरा होना मुश्किल लग रहा है। क्योकि इसके निमार्ण पूरा होने की अवधि डिस्प्ले बोर्ड में जून 2015 दर्शाई गई है। मसलन जून 2014 से शुरू काम को एक वर्ष में पूरा किया जाना है।