कर्ज में डूबा किसान फांसी पर लटका
बबेरू, संवाद सहयोगी : बैंक व सूदखारों के कर्ज की अदायगी न कर पाने से परेशान एक किसान ने गुरुवार को घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पतवन निवासी किसन विजय सिंह (37) करीब 20 बीघे का काश्तकार है। उन्होंने 2009 में इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक से 50 हजार रुपए केसीसी बनवाया था। खेती में पैदावार न होने से जमा नहीं कर पाया। खाद, बीज व परिवार को चलाने के लिए उसने दो बीघा खेती 40 हजार में गिरवी रखी थी। घर के जेवरात व अन्य समान भी गिरवी रखा था। फिर भी कर्ज अदायगी नहीं हो पाई। वहीं सूदखोर व बैंकों का ऋण बढ़ जाने से किसान परेशान रहता था। गले में रस्सी बांधकर धन्नी में झूल गया। घर से काफी देर तक न निकलने पर उसे दरवाजा तोड़कर निकाला गया, सीएचसी ले जाने पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पंचनामा कर शव विच्छेदन के लिए भेज दिया है। मृतक की पत्नी नीतू सिंह ने बताया कि पति बैंक के दबाव व सूदखोरों से परेशान होकर मौत को गले लगाया है। कहा कि बैंक वाले लगातार कर्ज का तकादा कर रहे थे। मृतक के एक पुत्र व दो पुत्रियां हैं। एसडीएम नागेंद्रनाथ द्विवेदी ने कहा कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद किसान दुर्घटना बीमा व अन्य मदद शासनादेश के मुताबिक की जाएगी। मौके पर तहसीलदार लालाराम को भेजा गया है।