मायावती की सभा में चाकू के साथ पकड़ा गया युवक
फोटो-18बीएनडी-27.जेपीजी
अतर्रा, संवाद सहयोगी : बसपा सुप्रीमों की जनसभा के दौरान मेनगेट में एक युवक को छिपाकर लाए गए बड़े चाकू के साथ पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
बसपा सुप्रीमों की जनसभा में विलंब था। दूरदराज से भाषण सुनने आए महिला, पुरुष मेन गेट से पुलिस तलाशी के बाद प्रवेश कर रहे थे तभी एक युवक गेट में तैनात थानेदार नरैनी रमेश सिंह के हत्थे तब चढ़ गया जब तलाशी में उसके पास से एक बड़ा चाकू बरामद हुआ। चाकू बरामदगी से जनसभा स्थल पर सनसनी फैल गई। चौकसी कड़ी कर दी गई। क्षेत्राधिकारी कृष्णचंद्र सिंह की कड़ी पूछतांछ में उक्त युवक ने अपना नाम बसंतलाल निवासी बगैतां खुटहन जिला चित्रकूट बताया। उसने बताया कि अपनी सुरक्षा के लिए वह इसे लिया था। थानाध्यक्ष अतर्रा पंकज तिवारी ने बताया कि युवक को आर्म्स एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया है। पूछताछ के दौरान युवक क्यों चाकू लेकर वहां पहुंचा था इसका सही कारण पुलिस पता नहीं लगा पाई है।
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बिग्रेड के सहयोग से हल्का रहा पुलिस का काम
अतर्रा, संवाद सहयोगी : बसपा जनसभा की व्यवस्था सामान्य पदाधिकारियों के साथ-साथ पार्टी की बीपीएफ बिग्रेड ने भी बावर्दी कुशलता के साथ संभाली।
बसपा जनसभा स्थल की पार्टी पदाधिकारी अशोक पांडे, संतोष राजा, भारतीय गुप्ता, जगदीश पांडे, सुरेश मिश्रा, जुगुल जाटव, अरुण शुक्ला, दुर्गा सोनी, छेदीलाल रैकवार, भागवत प्रजापति के साथ बीपीएफ बिग्रेड के महिला-पुरुषों कार्यकर्ताओं ने बावर्दी व्यवस्था संभाली। इन लोगों की व्यवस्था संभालने से पुलिस प्रशासन का काम हल्का रहा।
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विभिन्न जातियों के लोगों को मंच पर मिला स्थान
- चांदी के हाथी देकर मायावती को किया सम्मानित
अतर्रा, संवाद सहयोगी : बसपा ने मुख्य मंच पर स्थानीय कद्दावर नेताओं को जगह देकर उनके जातीय वोटों को साधने की कोशिश की है।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के मंच पर एक समय जहां गिने-चुने पदाधिकारी ही होते थे वहीं इस बार नजारा बदला हुआ था। इस बार मंच पर जहां प्रत्याशी आरके पटेल के साथ मंडल कोआर्डिनेटर जीसी दिनकर जो कि नरैनी से विधायक भी हैं, पूर्व विधायक बाबूलाल कुशवाहा, बीएम कुशवाहा, मऊ विधायक चंद्रभान पटेल, जिलाध्यक्ष बांदा बल्देव वर्मा, रामसेवक शुक्ला मौजूद रहे। वहीं पहली बार स्थानीय स्तर पर व्यापारी नेता उमाशंकर गुप्त, पूर्व ब्लाक प्रमुख रंजीत सिंह, डा.मधुसूदन कुशवाहा को मंच पर स्थान दे इनकी जातियों को प्रभावित करने का प्रयास किया गया। इन लोगों ने मायावती को स्मृति चिन्ह के रूप में चांदी के हाथी भी भेंट किए।
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प्रत्याशी को जिता मुझे प्रधानमंत्री बनाएं
अतर्रा, संवाद सहयोगी : बसपा सुप्रीमो मायावती यादवों को छोड़कर बाकी पिछड़ी मुस्लिम व सवर्ण समाज को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने भाषणों में सर्वाधिक एक दर्जन बार मुसलमानों को अपने मत को न बंटने देने का आवाहन किया। कहा मत बंटा तो भाजपा लाभ उठा लेगी।
बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती अपने 40 मिनट के भाषण में यादवों को छोड़कर बैकवर्ड की बाकी जातियों, मुस्लिमों, ब्राह्मणों को अपने भाषणों से लुभाने की भरसक कोशिश की। कहा सपा सरकार से केवल यादवों का ही भला हो रहा है। बाकी का नहीं। उन्होंने सर्वाधिक मुसलमानों को रिझाने-डराने का काम किया। कहा कि मुस्लिम मत बंटा तो भाजपा लाभ उठा ले जाएगी और मोदी आ जाएगा। उन्होंने पार्टी की लड़ाई में बताया कि हमारी अकेली पार्टी है जिसने 21 टिकट ब्राम्हणों को व 19 टिकट मुस्लिमों को दिए हैं। बसपा सुप्रीमों मायावती ने बसपा प्रत्याशी आरके पटेल के पूर्व में सपा में चले जाने पर कहा कि बहकावे में आ गया था। वहां बैकवर्ड होने के नाते सम्मान न पाने पर फिर घर को वापस आ गया है। इसे जिता मुझे प्रधानमंत्री बनाने का आप सबको करना है।