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ये सड़कें कब बनेंगी: बदहाल पड़ी सड़कें बयां कर रहीं विकास की कहानी

बलरामपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पंद्रह जून तक सड़कों को गढ्ढा मुक्त बनाने का आदेश का पालन नग

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jun 2017 12:24 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jun 2017 12:24 AM (IST)
ये सड़कें कब बनेंगी: बदहाल पड़ी सड़कें बयां कर रहीं विकास की कहानी
ये सड़कें कब बनेंगी: बदहाल पड़ी सड़कें बयां कर रहीं विकास की कहानी

बलरामपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पंद्रह जून तक सड़कों को गढ्ढा मुक्त बनाने का आदेश का पालन नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ राजमार्गों पर नहीं दिख रहा है। कुछ राजमार्गो पर गढ्ढा मुक्त करने के नाम पर पै¨चग कराई गई है लेकिन बरसात झेल पाएगी इसमें संदेह है क्योंकि जिस तरह पै¨चग कराई गई उसकी क्वालिटी बेहद खराब है।

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तहसील मुख्यालय से पचपेड़वा जाने वाले मार्ग पर शुरुआत में ही बुरी तरह गड्ढे हैं और सड़क की गिट्टी पूरी तरह बिखरी हुई है। यहां गढ्ढा मुक्त करने के नाम पर धेला भर मिट्टी भी नहीं डाली गई है। तुलसीपुर मार्ग पर बरदही बाजार से ही बदहाल हुई सड़क तहसील की सीमा तक बदहाल है। कहीं-कहीं तो पक्की सड़क का वजूद तक खत्म हो चुका है। बाकी बची सड़क पर पें¨टग बची ही नहीं है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत उतरौला विकास खंड के खजुहा से बभनपुरवा तथा पेहर से गनवरिया बुजुर्ग जाने वाली सड़क भी एक साल पुरानी हालत में है। इन सभी सड़कों की देख-रेख की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के पास है। नगर क्षेत्र की प्रमुख सड़कों की हालत में भी सुधार करने की जहमत नहीं उठाई गई है और श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे से नगर पालिका की सीमा तक की सड़क गढ्ढा मुक्त होने के बजाय गढ्ढे से युक्त हैं। श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे से राम लाल पंसारी की दूकान तक के सड़क का अनुरक्षण लोक निर्माण विभाग के जिम्मे है। इसी तरह गोंडा मार्ग पर गोंडा मोड़ तिराहे से अंबेडकर चौराहे तक की पांच सौ मीटर की सड़क में दो दर्जन से ज्यादा गढ्ढे हैं जिनमें कुछ बड़े-बड़े गढ्ढे तो पूरी सड़क की चौड़ाई में हैं। गढ्ढे से युक्त सड़कें राहगीरों तथा वाहन सवारों के लिए कितनी तकलीफ देय साबित हो रहीं हैं इसका अंदा•ा सिर्फ भुक्तभोगी ही लगा रहे हैं। सरकार बनते ही मुख्यमंत्री ने प्रमुख राजमार्गों तथा अधिक उपयोग वाली सड़कों को पंद्रह जून तक गढ्ढा मुक्त करने का आदेश दिया था लेकिन सरकार के सौ दिन पूरा होने के बाद भी आदेश अमल म़े नहीं लाया जा सका है। उतरौला-मनकापुर मार्ग तथा धुसवा-सादुल्लाह नगर मार्गों पर गढ्ढा मुक्त करने के नाम पर कराई गई पै¨चग का स्तर इतना खराब है कि अभी से ही पै¨चग उखड़ने लगी है। बरसात में इसका वजूद कितना बचा रह जाएगा इसका अंदाजा अभी से लगना शुरू हो गया है। स्थानीय निवासी मनोज कुमार,सत्यदेव,सुनील ,¨बद्रा प्रसाद, निसार अहमद,मेराज आदि बताते हैं कि अधिकारियों के काम करने की शैली पिछली सरकारों के नीतियो पर चल रही है यही कारण है कि जो सड़क दस वर्ष से बदहाल थी वह मुख्यमंत्री के सख्त आदेशों के बाद भी बदहाल स्थिति में है।

-शिवपुरा क्षेत्र में भी सड़कें जर्जर

ललिया : विकास खंड हरैय्या सतघरवा शिवपुरा क्षेत्र की सड़कों की हालत भी खस्ताहाल है। बहादुरगंज से लक्ष्मनपुर तक जाने वाली सड़क पूरी तरह टूटकर गड्ढों में तब्दील हो गई है। इस मार्ग पर एक पुलिया भी टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई है। यह सड़क इस कारण भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह बलरामपुर को पड़ोसी जिला श्रावस्ती से जोड़ती है। सड़क खराब होने से अक्सर लोग गिरकर घायल होते हैं। कई बार शिकायत के बाद भी यह सड़क नहीं बनाई गई है।


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