तेंदुए के हमले मेंबालिका समेत तीन घायल
बलरामपुर : हरैय्या थाना क्षेत्र में तेंदुए के हमले में तीन लोग घायल हो गए। घायलों का इलाज कराया जा
बलरामपुर : हरैय्या थाना क्षेत्र में तेंदुए के हमले में तीन लोग घायल हो गए। घायलों का इलाज कराया जा रहा है।
थाना क्षेत्र के गांव विन्होनी में बुधवार को भोर में लगभग तीन बजे आंगन में सो रही पांच वर्षीय बालिका अनीता पुत्री ननके को हमला कर तेंदुए ने घायल कर दिया। घटना के समय बालिका अपने पिता ननके व मां के साथ सो रही थी। घर का दरवाजा खुला था। अचानक तेंदुआ पहुंचा और बालिका को उठाकर ले जाने के लिए गले की ओर झपटा। इस बीच ननके की आंख खुल गई और बालिका की चीख सुनकर अन्य परिजन भी दौड़ पड़े। ननके ने भी बगल में रखे डंडे से तेंदुए पर प्रहार कर दिया। इससे तेंदुआ बालिका को छोड़कर भाग निकला, लेकिन उसके हमले में बालिका घायल हो गई। हाथ व गले पर चोट लगने से बालिका बेसुध हो गई। यहां से परिजन सुबह उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुरा पहुंचे जहां इलाज में भी कोताही बरतने का आरोप परिजनों ने लगाया है। परिजनों का कहना है कि डॉ. प्रणव पांडेय ने इलाज के बजाय बालिका को रेफर कर दिया। हालांकि विवाद होने पर पुन : प्राथमिक उपचार के बाद बालिका को जिला अस्पताल भेजा गया। ग्रामीणों के अनुसार यहां से जब तेंदुआ लौटा तो इसी गांव की रजनी (30) पत्नी प्रभूनाथ को भी झपट्टा मारकर घायल कर दिया। रजनी हमले में बच गई, सिर्फ कान के पास हल्की चोट लगी। यहां से दो-तीन किलोमीटर दूर जंगल के रास्ते पर भवानीडीह रतनवा में तेंदुए ने दस वर्षीय रन्नोदेवी पुत्री बाबादीन को भी घायल कर दिया। तेंदुए के हमले में रन्नोदवी के हाथ में चोट लगी है। घटना को लेकर ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति नाराजगी है। आरोप है कि सुरक्षा के नाम पर केवल आश्वासन की घुटटी पिलाई जा रही है। प्रभारी निरीक्षक ज्ञानेंद्र पांडेय ने बताया कि बालिका को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वनकटवा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी तिलकराम आर्य ने बताया कि वन रक्षक जमील अहमद को मौके पर भेजा गया है।