शुद्ध पानी और बिजली को तरस रहे वार्डवासी
बलरामपुर :टूटी नालियां, जगह-जगह जमा कूड़ा तथा उनसे उठती दुर्गध गंदगी से भरा हुआ नाला, वार्डो में रोड
बलरामपुर :टूटी नालियां, जगह-जगह जमा कूड़ा तथा उनसे उठती दुर्गध गंदगी से भरा हुआ नाला, वार्डो में रोड पर भरा पानी वार्ड संख्या एक बरगदवा की स्थाई पहचान बन चुकी है। काशीराम आवास तक बिजली नहीं पहुंची है। वार्ड निवासी ढिबरी की रोशनी में जीवन यापन कर रहे हैं। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था भी नहीं है। समस्याओं को दर्शाती हालचाल टीम के सदस्य दिलीप सिंह की रिपोर्ट -
वार्ड की सीमा बौद्ध परिपथ नहर से शुरू होकर नई बाजार चौराहा से उत्तर नाला होते हुए रेलवे लाइन पार करके काशीराम आवास तक वार्ड की सीमा है। वार्ड की आबादी लगभग 1700 है। वार्ड में गंदगी का अंबार है। वार्ड में इंटरलाकिंग सड़क तो बना है। नाली न होने से पानी सड़क पर बह रहा है। कूड़ादान भी वार्ड में नहीं दिखा। वार्डवासी गंगोत्री विश्वकर्मा ने बताया कि नगर पंचायत चेयरमैन के चहेतों को ही योजनाओं का लाभ मिलता है। पानी का बिल नियमित आता है। जबकि पानी माह में तीन बार ही मिलता है। बिजली की समस्या बनी रहती है। सांसद से कहकर वार्ड में एक सोलर लाइट लगवाया गया। वार्डवासी कुलदीप कुमार बताते हैं कि देश आजाद हुए 70 साल हुआ लेकिन वार्ड की समस्या बढ़ती जा रही है। स्वच्छ पेयजल हेतु इंडिया मार्का नल भी नहीं है। दूषित पानी पीने को लोग मजबूर हैं। नगर पंचायत से जो योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए नहीं मिलता है। वार्डवासी धर्मराज विश्वकर्मा बताते हैं कि बिना नगर पंचायत के नक्शा पास किए ही लोग मकान का निर्माण कर रहे हैं जो मकान बन रहे है। नगर पंचायत द्वारा रास्ता भी नहीं दिया जा रहा है। अगर कोई कार्रवाई करने हेतु प्रार्थना पत्र दिया जाता है। तब भी अनदेखी की जाती है। नगर पंचायत द्वारा वार्ड के पात्रों को विधवा, वृद्धा पेंशन भी नहीं मुहैय्या कराया जा रहा है। वार्डवासी दिनेश अग्रवाल बताते हैं कि वार्ड में समस्याओं का अंबार है। नाली न होने से सड़क पर पानी भरा रहता है। सड़क पर ही कूड़ा जमा रहता है। सफाई कर्मी नियमित आते ही नहीं है। दवा का छिड़काव न होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। नगर पंचायत में जो सोलर लाइट लगाए गए हैं वह भी नगर पंचायत के चहेतों के अनुसार ही लगवाया गया है। वार्डवासी सोहरता बताती हैं कि अबतक किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला। राशनकार्ड भी नहीं बना है। पेंशन भी नहीं मिल रहा है। नाला के किनारे गंदगी के बीच जीवन यापन कर रहे हैं। वार्डवासी श्रीप्रकाश व विजयपाल बताते हैं वार्ड एक के डिहवा निवासी आज भी ढिबरी की रोशनी में जीने को मजबूर हैं। यहां काशीराम आवास वर्षो से खाली पड़ा है। अबतक किसी को नहीं दिया गया, पानी टंकी शोपीस है। नाली बना था वर्षो पूर्व पूरी तरह पट चुका है। नगर पंचायत द्वारा किसी प्रकार के योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। वृद्ध , विधवा पेंशन पाने को तरस रहे हैं। वार्डवासी फातिमा बेगम कहती हैं कि वार्ड में नाली न बनने से रोड पर ही पानी व गंदगी भरा रहता है। पानी हेतु सरकारी नल भी नहीं है। वार्ड में गंगोत्री विश्वकर्मा ने अपने खर्च से सार्वजनिक नल लगवाया है। नगर पंचायत द्वारा कोई सुविधा नहीं दी गई है। वार्डवासी गुलफाम बताते हैं कि चेयरमैन मंजूर आलम को जब मैं अपनी समस्या बताता हूं तो कोरा आश्वासन देते हैं। मेरे परिवार को राशन नहीं मिलता है। सफाई कर्मी गंदगी साफ करने के लिए नहीं आते हैं। नाला गंदगी से भरा है जिसके वजह से संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है। वार्ड में समस्या ही समस्या है। वार्ड वासी मोहम्मद इसरार व राम अचल कुरील बताते हैं नगर पंचायत द्वारा किसी प्रकार की सुविधा वार्डवासी नहीं पाते हैं। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में आदर्श नगर पंचायत बनाने का सपना कोरा ही है। योजना का लाभ वार्डवासी नहीं पाते हैं। वार्ड में अबतक नाली नहीं बना। कूड़ादान नहीं रखा गया। शौचालय का निर्माण नहीं हुआ गंदगी का अंबार है।
इंटरलाकिंग का प्रस्ताव :
वरिष्ठ लिपिक सगीर अहमद ने बताया कि राऊफ के घर से सोनही नाला तक 600 मीटर इंटरलाकिंग का प्रस्ताव हुआ है। काम जल्द शुरू होगा। वार्ड में विकास कार्यो पर विशेष ध्यान दिया जाता है।