हरियाणा की गायों से गुलजार होगा चक गंजरिया
बाराबंकी : मुख्यमंत्री ने चक गंजरिया फार्म को और विकसित करने के लिए हरियाणा से अच्छी नस्ल की गायों क
बाराबंकी : मुख्यमंत्री ने चक गंजरिया फार्म को और विकसित करने के लिए हरियाणा से अच्छी नस्ल की गायों को खरीदने की मंजूरी दे दी है। फार्म की टीम हरियाणा के लिए रवाना हो गई हैं। जहां से 100 गायों को लाने का लक्ष्य है।
सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट चक गंजरिया फार्म पर हरियाणा से गायों को खरीदने के लिए टीम रवाना हो गई है। जिसमें फार्म अधीक्षक डा. आरबी राम, पशु डा. संतोष यादव व अन्य डाक्टर और कर्मचारी गए हुए हैं। हरियाणा से 100 गायों को लाना है। जिसमें साहीवाल नस्ल की गायें होंगी। बताया जा रहा है कि यह गायें 20 से 25 लीटर दूध देंगी। बताते चले कि फार्म पर इस समय बछड़ों समेत 600 पशु है, जिनमें 85 गायें दूध दे रही हैं। इन गायों को लाने के बाद चक गंजरिया फार्म प्रदेश का सबसे बड़ा फार्म हो गया है।
इनसेट
-दूध बर्बादी की ओर बढ़े कदम
फार्म पर प्रतिदिन 350 लीटर दूध होता है। यह दूध महंगे दामों में नहीं बल्कि पानी के भाव बिक रहा है। वह भी पराग द्वारा खरीदा जा रहा है। इसी तरह से रहा तो आने वाली गायों से होने वाला दूध भी पराग औने-पौने दामों पर खरीदेगा। अभी तक फार्म पर दूध बेचने की कोई रणनीति नहीं बनाई गई है। बताया जाता है कि इन गायों के आने के बाद फार्म पर एक हजार लीटर दूध प्रतिदिन और बढ़ जाएगा। यदि दूध को बेचने की व्यवस्था नहीं बनाई गई तो यह दूध भी पान के भाव बिकेगा। फार्म पर इस समय पराग द्वारा 22 रुपये लीटर दूध लिया जा रहा है, जबकि निदेशालय से 30 रुपये प्रतिलीटर दूध बचने का निर्देश है।
-भैंस और एचएफ की गायें आएंगी
चक गंजरिया फार्म में एचएफ की गायें और मुर्रा भैसों से भी फार्म गुलजार होगा। एचएफ की गायों के रहने के लिए विशेष काऊ शेडों का निर्माण शुरू हो रहा है। यह शेड पूरी तरह से वातानुकूलित शेड होंगे। जहां यह विदेशी नस्ल की 200 गायों को पाला जाएगा। वहीं पंजाब से मुर्रा भैंसों को भी लाने की योजना है। फार्म पर 400 भैंसों के रहने के लिए शेडों का निर्माण तेजी के साथ चल रहा है। मुर्रा भैंसों और एचएफ की गायों को लाने के बाद फार्म पर प्रतिदिन 10 हजार लीटर उत्पादित होगा।
फार्म से हरियाणा के लिए साहीवाल गायों को खरीदने के लिए टीम रवाना हो गई। वहां 100 गायों को लाने का लक्ष्य है। अभी तक टीम को गायें नहीं मिल पाई है। कुछ गायों को फार्म पर लाया जा चुका है।''
अर्जुन, उपनिदेशक, प्रक्षेत्र फार्म, लखनऊ।