Move to Jagran APP

देवीपाटन मंदिर पर दर्शन को उमड़ा आस्था का सैलाब

बलरामपुर : सिद्घपीठ देवीपाटन मंदिर पर अष्टमी के अवसर पर भारी भीड़ रही। दर्शनार्थियों के भीड़ का आलम यह

By Edited By: Published: Fri, 27 Mar 2015 11:20 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2015 11:20 PM (IST)

बलरामपुर : सिद्घपीठ देवीपाटन मंदिर पर अष्टमी के अवसर पर भारी भीड़ रही। दर्शनार्थियों के भीड़ का आलम यह था कि सूर्यकुंड के चारों ओर लंबी कतार लगी रही। देवी मां का जयकारा लगाते हुए लोग आदि शक्ति के दर्शन एवं पूजन के लिए अपने बारी की प्रतीक्षा करते है।

loksabha election banner

भीड़ की अधिकता होने से देवीपाटन मंदिर के महंत मिथिलेश नाथ योगी ने स्वयं कमान संभाल रखी थी। प्रसाद चढ़ाने के स्थल पर स्वयं जाकर खड़े हो गए तथा एक-एक कर लोगों को प्रसाद चढ़वाकर आगे बढ़ने हेतु प्रेरित करते रहे। इससे लोगों में तेजी आने से दर्शनार्थियों को तीन से चार घंटे में दर्शन प्राप्त हो गए। अपराह्न साढ़े तीन बजे मंदिर का कपाट बंद होने तक लोगों की भीड़ बनी रही। सायं साढ़े छह बजे पुन: मंदिर खुलते ही दर्शन के लिए पुन: जनसैलाब उमड़ पड़ा जो देर तक चलता रहा। दूर-दूर से आए दर्शनार्थी नारियल तोड़कर आदि शक्ति को समर्पित किया। अष्टमी को मां के आठवें स्वरूप महागौरी के पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पूरे दिन बनी रही। अनुष्ठान भी पुरोहितों से पूर्ण कराएं। इसी दिन मुंडन अक्षरांभ एवं यज्ञोपवीत संस्कार भी लोगों ने इस धार्मिक नगरी में कराया तथा मुंडन के बाद बच्चों के बाल दक्षिणा सहित बाल देवी को समर्पित कर आर्शीवाद भी प्राप्त किया।

-बिजलीपुर मंदिर में उमड़े श्रद्धालु

बलरामपुर नगर से सटे बिजलीपुर मंदिर में भी अष्टमी को मां बिजलेश्वरी देवी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे और दर्शन-पूजन किया। यहां भी दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए नवरात्र भर आते हैं।

-सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर किया साष्टांग परिक्रमा

बाराबंकी एवं फैजाबाद से सैकड़ों श्रद्धालु पदयात्रा करके देवीपाटन पहुंचे। सूर्यकुंड में स्नानकर वहीं से साष्टांग (लेटकर) दर्शन किया तथा इसी तरह परिक्रमा भी किया। इनके लिए मंदिर प्रशासन ने अलग कतार की व्यवस्था की थी ताकि उनके दर्शन एवं पूजन में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना हो। बता दें कि इन स्थानों से इन लोगों द्वारा पिछले कई दशकों से यह परंपरा बनी हुई है। लोगों को विश्वास है कि इस तरह सच्चे मन से पदयात्रा करके दर्शन प्राप्त करने में मन को शांति मिलती है और मनोकामना पूर्ण होती है।

-भारी भीड़ से बंद रहा वीआइपी गेट

देवीपाटन मंदिर पर श्रद्धालुओं के भीड़ के दबाव को देखते हुए किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना होने को लेकर महंत मिथलेश नाथ योगी ने अपराह्न तक वीआईपी गेट बंद करवा दिया, ताकि कतार में खड़े श्रद्धालुओं को इससे दिक्कत न हो।

-लग जाम, नहीं दिखी व्यवस्था

हरैय्या चौराहे के पास स्थित क्रासिंग से लेकर देवीपाटन मंदिर के पास तक वाहनों की भारी भीड़ रही। ट्रैफिक पुलिस न होने से सड़कों पर बेतरतीब खड़े वाहनों से जाम की स्थिति बनी रही। इस दौरान कहीं थी ट्रैफिक पुलिस मौजूद नहीं दिखे। जाम में फंसे लोगों को काफी मशक्कत के बाद ही देवीपाटन पहुंच सके।

-नहीं चल रहीं पर्याप्त बसें

150 रोडवेज बसे चलाने का प्रशासन का दावा कागजी साबित हो रहा है। ट्रेन बंद होने से सड़क मार्ग पर भीड़ का दबाव बढ़ गया है। प्रशासन ने मेले के दौरान करीब 150 बसे चलाने का दावा किया था, लेकिन न तो पर्याप्त बसे दिखी और न ही किसी चौराहे पर समय-सारिणी लगाया गया, जिससे यात्री भटकते रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.