..तो बगैर तकनीकी संयंत्र के होता विद्युत उपकेंद्र का उद्घाटन
बलरामपुर : उद्घाटन के लिए बनकर तैयार विद्युत उपकेंद्र का उदघाटन बगैर संयंत्रों के करने की तैयारी है।
बलरामपुर : उद्घाटन के लिए बनकर तैयार विद्युत उपकेंद्र का उदघाटन बगैर संयंत्रों के करने की तैयारी है।
नगर और ग्रामीण के उपकेंद्र अलग कर ओवरलोड से बचने हेतु नगर के लिए शासन ने अलग फीडर की व्यवस्था की है, परंतु भवन बनकर तो खड़ा हो गया लेकिन अभी तक भवन में कोई सयंत्र नहीं लग पाया है। फीडर तो किसी तरह लगा दिया गया है, जबकि ट्रांसफार्मर जोड़ा गया है। मिट्टी का काफी काम अभी बाकी है। चर्चा में थी कि प्रदेश के जंतु उद्यान राज्यमंत्री डॉ. एसपी यादव द्वारा सोमवार को इसका लोकार्पण किया जाएगा। किसी कारणवश आज लोकार्पण तो नहीं हुआ, अब लोगों में इस बात की चर्चा है कि अधूरा निर्माण शायद लोकार्पण की राह में बाधा बन गया। लोगों को इस उपकेंद्र से आपूर्ति के बाद ओवरलोड व लोकल फाल्ट से मुक्ति मिलने की उम्मीद जगी है।
-फाल्ट रोकने के लिए तार बदलना जरूरी
नए विद्युत उपकेंद्र से नगर व ग्रामीण की आपूर्ति अलग-अलग होने से ओवरलोड तो कम होगा, परंतु बलरामपुर से तुलसीपुर के मध्य 33केवी मुख्य लाइन का बचा हुआ सात किलोमीटर तार यदि नहीं बदला गया तो फाल्ट की स्थिति पर काबू पाना आसान नहीं होगा। इसलिए जरूरी है कि इस तार को भी बदला जाए।
विद्युत उपकेंद्र बनकर तैयार है। संयंत्र भी लग जाएगा। लोकार्पण का कार्यक्रम किस कारण स्थगित हुआ यह संज्ञान में नहीं है। फिलहाल नए उपकेंद्र से लोगों को अच्छी बिजली मिलेगी।
-कयूम खान
अवर अभियंता, विद्युत उपकेंद्र