मानव जीवन को कृतार्थ करता है श्रीराम का व्यक्तित्व
बलरामपुर : भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम में श्रेष्ठतम थे। उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी मानव जी
बलरामपुर : भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम में श्रेष्ठतम थे। उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी मानव जीवन को कृतार्थ करते हैं। साथ ही महावीर हनुमान जी द्वारा प्रभु श्री राम की सेवा भक्त और भगवान के संबध के सेवा का उदाहरण है।
यह बातें स्वामी मणिराम छावनी अयोध्या के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास शास्त्री जी महराज ने वीर विनय चौराहे के निकट स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर पर चल रहे प्रवचन के पांचवें दिन गुरुवार को कथा के दौरान कही। भक्त व भगवान के प्रेम का उदाहरण देते हुए प्रवचन श्रोताओं महावीर बजरंगबली व प्रभु श्री राम के प्रेम भाव को वर्णित किया। साथ ही उन्हें भक्त की भक्ति में भगवान के प्रेम भाव का भी वर्णन किया। इस दौरान मंदिर पर 24 घंटे होने वाले श्रीराम नाम संकीर्तन के जाप की शुरुआत की गई। हनुमानगढ़ी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत महेंद्र दास ने बताया कि 24 घंटे होने वाले श्रीराम नाम संकीर्तन के उपरांत 24 अक्टूबर को यज्ञ-हवन कराया जाएगा। साथ ही भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भंडारे की शुरूआत 56 प्रकार के व्यंजनों से प्रभु का भोग लगाकर किया जाएगा।
संवादसूत्र साहदुल्लानगर के अनुसार स्थानीय कस्बे में स्थित हनुमान गढ़ी मंदिर पर हनुमान जयंती का कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जहां भक्तों ने बजंरगबली की विधि विधान से पूजा अर्चना की। कमेटी द्वारा पांच दिवसीय कथा प्रवचन का शुभारंभ भी कराया गया। कथा वाचक पंडित विनोद कुमार मिश्र ने भक्तों को भगवान मारूति की विभिन्न लीला की कथा सुनाई। इस अवसर पर अध्यक्ष रमेश चंद्र तिवारी के नेतृत्व में रमाकांत गुप्त, विष्णु गुप्त, दिनेश, लल्लू मोदनवाल सहित समिति के कई लोगों का विशेष योगदान रहा।