घर-घर हुई धन की देवी लक्ष्मी व श्री गणेश की आराधना
बलरामपुर : लक्ष्मी अर्थात धन की देवी महालक्ष्मी की पूजा लोगों ने पूरी आस्था से की। जिले में दीपावली
बलरामपुर : लक्ष्मी अर्थात धन की देवी महालक्ष्मी की पूजा लोगों ने पूरी आस्था से की। जिले में दीपावली का पर्व हर्षोल्लास एवं श्रद्धापूर्वक मनाया गया। घरों व प्रतिष्ठानों पर भगवान गणेश-लक्ष्मी का पूजन कर प्रसाद वितरण किया गया। दीप व झालरों से मकानों को सजा कर लोगों ने दीप उत्सव मनाया।
लक्ष्मी-गणेश पूजन के साथ-साथ लोगों ने देव स्थानों पर भी दीये जलाए। एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया तथा दीप पर्व की बधाई दी। शहर और गांव दिए व झालरों के प्रकाश से भर गए। घर-घर लक्ष्मी व गणेश जी की आरती उतारी गई। पूजन अर्चन के बाद धूम-धड़ाके का सिलसिला शुरू हुआ। हाथ में फुलझड़ी जलाए बच्चे गलियों में खूब दौड़े। पटाखों की आवाज से पूरा नगर गूंज उठा। हवा में उड़ते राकेट रंग बिरंगी छटा बिखेर रहे थे। लोग एक-दूसरे को एसएमएस भेजकर अथवा फोन पर दीपावली की शुभकामनाएं दे रहे थे। रंग-बिरंगी झालर की लटकती लड़ियों से भवनों की सुंदरता में चार चांद लग गए। बच्चे एक दूसरे के घरों में प्रसाद पहुंचाकर खुश हो रहे थे। दीपावली की आतिशबाजी देर रात तक चलती रही। नगर के बड़ा परेड ग्राउंड में पटाखों की दुकानें लगाई गई थी लेकिन उन दूकानों पर आग से बचाव की पर्याप्त व्यवस्था नहीं दिखी। दीपावली पर मिठाई की बिक्री भी जमकर हुई। नगर के दर्जनों स्थानों पर मिठाइयों के स्टाल लगे तथा मिठाइयों की भरपूर बिक्री हुई। अनुमान के अनुसार पटाखा व्यवसायियों ने लाखों रुपये का कारोबार किया है। उतरौला, तुलसीपुर, रेहराबाजार, गैंसड़ी, पचपेड़वा, गैंड़ास बुजुर्ग, सादुल्लाहनगर, गौरा चौराहा आदि स्थानों पर दीपावली का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने अपने घरों में गणेश-लक्ष्मी की पूजा की। पूजन के बाद एक दूसरे के घरों में प्रसाद का वितरण किया। बच्चों ने गोले-पटाखे फोड़ कर खुशियां मनाई।
बिक्री स्थल पर विशेष व्यवस्था :
पटाखा बिक्री स्थल बड़ा परेड ग्राउंड पर पानी से भरे ड्राम, बालू भरी बाल्टी व प्रत्येक दुकान पर अग्निशमन यंत्र लगाकर ही बिक्री की अनुमति दी गई है। यह व्यवस्था करने वाले दुकानदारों को ही लाइसेंस जारी किया गया है। अग्निशमन वाहन व जवान तैनात किए गए हैं।
मनीराम सरोज
अग्निशमन अधिकारी, बलरामपुर