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घट रहा बाढ़ का पानी, बढ़ रही गांवों में दुश्वारी

By Edited By: Published: Wed, 27 Aug 2014 11:51 PM (IST)Updated: Wed, 27 Aug 2014 11:51 PM (IST)
घट रहा बाढ़ का पानी, बढ़ रही गांवों में दुश्वारी

बलरामपुर : राप्ती नदी व पहाड़ी नालों का जलस्तर घटने के बाद गांवों में भरा पानी भी धीरे-धीरे कम हो रहा है। इससे लगातार कई दिनों तक पानी भरे रहने से जर्जर कच्चा व छप्परनुमा मकानों के गिरने का क्रम जारी है। बुधवार को राप्ती नदी पूरी तरह स्थिर व शांत दिखी। बलरामपुर, उतरौला तहसील, पचपेड़वा ब्लॉक व गैंसड़ी में बाढ़ के कहर की तस्वीर और भी स्याह है। गांवों में संक्रामक रोग फैल रहा है। उल्टी दस्त से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ रही है। बाढ़ प्रभावितों के बीच जिला प्रशासन के साथ कई स्वयंसेवी संगठन के लोग राहत सामग्री बांटने में जुटे हैं। कुछ संगठनों द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है।

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गौरा चौराहा संवादसूत्र के अनुसार तटबंध की मिट्टी से तटबंध के दरारों को भरा जा रहा है। जिससे बांध के कटने की संभावना बढ़ती जा रही है। प्रकरण राप्ती छोर पर बने तटबंध का है। जहां रामपुर गांव के पास दो सौ मीटर बांध बाढ़ के समय कट गया है। यहां कटे स्थान के पश्चिमी छोर पर बांध में पड़ी दरारों को भरने के लिए तटबंध की मिट्टी खोदी जा रही है। रामपुर निवासी हरिशंकर पांडेय, महेंद्र, पप्पू, अनिल पांडेय आदि लोगों का कहना है कि बांध की मिट्टी को निकालने से तटबंध कमजोर हो जाएगा। ड्रेनेज खंड विभाग तटबंध की सुरक्षा के लिए कोई ठोस उपाय नहीं कर रहा है। लोगों ने तटबंध की मिट्टी खोदाई पर रोक लगवाए जाने की मांग डीएम से किया है।

उतरौला संवादसूत्र के अनुसार

बाढ़ प्रभावित गांवों, परिवारों तथा फसलों का सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है। प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री का वितरण युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है। तहसील क्षेत्र के 101 राजस्व गांवों को बाढ़ प्रभावित माना गया है, जबकि 9647 हेक्टेयर गन्ना तथा धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। तहसीलदार राजेश सिंह ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि कुल 35585 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जिन्हें दस किलो चावल एक किलो दाल, दो लीटर केरोसिन तथा एक पैकेट नमक वितरित कराया गया है। बुधवार तक तीन हजार से अधिक परिवारों को राहत सामग्री पहुंचाई जा चुकी थी। बाढ़ के कारण जमींदोज हो चुके मकानों का सर्वे करने के लिए राजस्व निरीक्षकों को आदेश दिया गया है।

पचपेड़वा संवादसूत्र के अनुसार

बाढ़ ग्रस्त गांवों में दवा व खाद्य सामग्री का वितरण जोरों पर चल रहा है। बाढ़ग्रस्त गांव नरचहवा, सोहना, भकला, आदमतारा, गैंड़हवा, मल्दा, भगवानगर में कांग्रेस नेता डॉ. इश्तियाक अहमद खां, प्रद्युम्न शुक्ल, कौशल बिहारी पाठक, रामबहादुर दूबे, जमील ने जाकर दवा एवं खाद्य सामग्री का वितरण किया।


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