'शत-प्रतिशत मतदान करो, दिल्ली सरकार बनानी है'
बलरामपुर : मुख्यालय के सिंचाई विभाग कालोनी में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन हास्य कवि विकास बौखल ने किया। उन्होंने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अपनी रचना कुछ यूं पढ़ी -
उठो जवानों, उठो किसानों करो वहीं जो ठानी है।
शत प्रतिशत मतदान करो, दिल्ली सरकार बनानी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आलोक सीतापुरी ने कहा कि -
ये माना हमपे आपकै एहसान बहुत है।
कुर्सी गई तो कर रहे ऐलान बहुत है।
दिल्ली से खड़े सोच रहे आम आदमी,
झाड़ू कहां लगाएं परेशान बहुत हैँ
कवि मधूसूदन ने कहा -
मैं धरा तुम गगन के सितारे हुए
हम इधर तुम उधर के किनारे हुए।
दिव्यांशु अवस्थी की रचना रहीं कि-
मैं इक अहसास हूं जो प्रेम के ग्रंथों का गाया हूं।
जहां के प्रीति के धागों मैं कसने को आया हूं।
प्रियंका शुक्ला उन्नाव ने पढ़ी कि -
क्यों वक्त वे वक्त याद आते हो तुम,
बदलती करवटों में भी नजर आते हो तुम।
इसके अलावा अनिल गौड़, कमलेश कुमार, कन्हैया लाल आदि ने अपनी रचनाएं पढ़ी। मौके पर बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे।