आग का तांडव, 172 घर व 102 बीघा फसल राख
बलरामपुर : शुक्रवार का दिन लोगों के लिए तबाही का मंजर साबित हुआ। दोपहर में अचानक मौसम में हुए परिवर्तन के बीच धूलभरी आंधी चली तो साथ-साथ आग ने भी जमकर तांडव मचाया। देखते ही देखते 172 घर जलकर राख हो गए और 102 बीघा गेहूं व गन्ने की फसल भी स्वाहा हो गई। आग पर काबू पाने की कोई तरकीब काम नहीं आई। कई गांवों में तो दमकल कर्मी पहुंच ही नहीं सके।
हरैय्या संवादसूत्र के अनुसार ललिया थाना क्षेत्र के पतझी गांव में दोपहर लगभग 12 बजे राम गोपाल तिवारी के घर अचानक लगी आग तेज हवा के साथ कहर बनकर टूटी और राम बहाल, कुसमादेवी भूखन, कृपाराम, उजागर, राम अवतार, बच्चाराम, हरीराम, मंशाराम समेत 30 घरों को राख का ढेर बना दिया। यहां एक बछड़ा व बकरी भी जल गए। यहां आग बुझी भी नहीं थी कि गनवरिया में कामता यादव के घर से उठी चिंगारी ने पहले उनका छप्पर व घर जलाया। इसके बाद राघवराम, गोकुल, सतीराम, राजजश, राम मिलन, सियाराम, जगराम समेत यहां 61 लोगों की गृहस्थी राख हो गई। इसी तरह ललिया के कमदी व हरैया के सोनडीह गांव में दो घर आग से राख हो गए। यहां दमकल की गाड़िया भी नहीं पहुंची।
महराजगंज तराई संवादसूत्र के अनुसार थाना क्षेत्र के सुगानगर गांव में दोपहर में लगी आग से करीगन, छोटका, चंद्रिका, शिवराम, शिवप्रसाद, राम बहादुर, प्रेम कुमार, राम अधार, फकीरे व बाउर समेत 22 घर आग की भेंट चढ़ गए।
गौरा चौराहा संवादसूत्र के अनुसार थरूआ गांव मनोहर सिंह के खेत में गेहूं का अवशेष जलाने के क्रम में लगी आग से मुन्नू सिंह का छह बीघा गेहूं व मिश्रौलिया के राम जियावन, दुआदीन सिंह, नवरंग सिंह, रंगीन सिंह, भानू सिंह, कुंवारे यादव आदि का 68 बीघा गेंहू जलकर राख हो गया। साथ ही राम सिंह, बेचू, रविंद्र व रक्षाराम का 38 बीघा गन्ने की फसल भी जल गई।
गैंड़ासबुजुर्ग संवादसूत्र के अनुसार कोतवाली उतरौला के ग्राम सभा टेढ़वा तप्पाबांक के मजरा सेखइुया में दोपहर 12 बजे गेहूं के डंठल को जलाते समय तेज हवा के कारण आग की चिंगारी से आग लगने से लगभग दो दर्जने से अधिक घर जलकर राख हो गए। वही पर अर्जुन की दो बकरियां जलकर मर गई और दौ भैंस गंभीर से झुलस गई।
उतरौला संवादसूत्र के अनुसार
अज्ञात कारणों से आग लगने के कारण दो फूस के मकान जल गए। गुरुवार देर रात श्रीदत्तगंज के लखना गांव में लगी आग से बुधई व विदेशी पुत्रगण बाबूराम के घर की सभी वस्तुएं खाक हो गई। तिलकराम पुत्र झगरू तथा फेरन पुत्र सूरजमन के ईधन उपले जल गए। क्षेत्रीय लेखपाल ने मौके पर पहुंचकर क्षति का आकलन किया।
गैंसड़ी संवादसूत्र के अनुसार
स्थानीय कोतवाली के जमगढ़वा गांव में करीब साढ़े 11 बजे जुल्कदर के घर से आग की लपटें उठने लगी। आंधी का झोंका इतना तेज था कि आग की लपटों ने अन्य घरों को भी चपेट में ले लिया। इसमें शौकत अली का तीन, बकरा भी जल कर मर गया है। ग्रामीणों ने कड़ी मेहनत करके आग पर काबू पाया। इसी क्रम में चौहत्तरखुर्द गांव में आग लगने से बटोहरी, इतवारी, चिनकन, श्यामसुंदर, छितई, मस्तराम व बुधराम समेत नौ लोगों की गृहस्थी जलकर राख हो गई। सभी घटनाओं में ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया।