ग्रामीण क्षेत्रों के एटीएम आज भी खाली
रसड़ा (बलिया): क्षेत्र के ग्रामीणों को नोटबंदी के बाद आज तक नकदी के संकट से जूझना पड़ रहा है। कारण आज
रसड़ा (बलिया): क्षेत्र के ग्रामीणों को नोटबंदी के बाद आज तक नकदी के संकट से जूझना पड़ रहा है। कारण आज भी ग्रामीण क्षेत्र के बैंको और एटीएम खाली हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के बैंको की दयनीय स्थिति से शादी- विवाह वाले घरों तथा किसानों की समस्याएं आज भी जस की तस बनी हुई है। इसमें आज तक अपेक्षित सुधार नहीं हो पाया है। क्षेत्र के पकवाइनार, सराय भारती जाम, कोटवारी आदि, कमतैला, खड़सरा गांवों में आज भी नकदी संकट बरकरार है। ग्रामीण क्षेत्र के फ्रैचाइजी बैंक आए दिन कैशलेस हो जाते हैं जिससे ग्रामीण आए दिन मायूस होकर वापस लौट जाते हैं। बैंक प्रबंधको इसके लिए लोग दोष दे रहे हैं। लोगों का कहना सही ही है कि एक तरफ बैंक में पैसे नहीं रहते तो दूसरे तरफ आए दिन लाखों लाख करेंसी नोट पकड़े जा रहें हैं। यह नोट उन लोगों तक कैसे पहुंच जा रहे जबकि नगदी निकासी की सीमा मात्र 24 हजार रुपये ही है।