तेरही के लिए भी नहीं मिले रुपये
दुबहड़ (बलिया): नोटबंदी की वजह से क्षेत्र के छोटे व्यापारी, मजदूर व रोज कमाने-खाने वालों के सामने
दुबहड़ (बलिया): नोटबंदी की वजह से क्षेत्र के छोटे व्यापारी, मजदूर व रोज कमाने-खाने वालों के सामने भुखमरी की स्थिति हो गई है। नोटबंदी से भले ही आगे देश को लाभ हो पर अभी तो छोटे लोगों को इसने झकझोर कर रख दिया है। बैंकों पर लंबी-लंबी लाइनों के बीच लोगों का पूरा दिन बीत जा रहा है। क्षेत्र के एक मात्र भड़सर पोस्ट आफिस से लगभग एक महीने में एक रुपये का भी भुगतान नहीं हो सका है। इस पोस्ट आफिस से 13 रेलवे के 13 व डाक विभाग के आठ पेंशनर पेंशन लेते हैं, लेकिन इनको अभी तक एक रुपये भी नहीं मिले। क्षेत्र के दीनानाथ राय इसी पोस्ट आफिस के पेंशनर हैं और उनकी पत्नी का स्वर्गवास 14 नवंबर को हुआ था पर उनको अब तक रुपये नहीं मिले, जिससे वह तेरही कर सकें। इस संबंध में पोस्टमास्टर विनोद कुमार यादव ने बताया कि हमारे यहां कुल 18 कर्मी हैं, जिनका अब तक वेतन नहीं मिला तो ऐसे में किसी और की हम क्या मदद कर सकते हैं। ऐसे में नोटबंदी में सर्वाधिक खराब स्थिति पोस्ट आफिस के उपभोक्ताओं की ही है।