शैक्षिक माहौल बनाने की जिम्मेदारी शिक्षक व अभिभावक के कंधों पर
- अभिभावक सम्मेलन में बोले राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित डॉ.एनडी ¨सह - विद्यालय में शि
- अभिभावक सम्मेलन में बोले राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित डॉ.एनडी ¨सह
- विद्यालय में शिक्षक व घर में अभिभावक की जिम्मेदारी है शिक्षा का माहौल बनाए
नगरा (बलिया) : केवल चोला पहन लेने से कोई शिक्षक नहीं बन जाता। इसके लिए साधना करनी पड़ती है। विद्यालय में शिक्षा का माहौल बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधे पर होती है। एक पूर्ण टीचर बनने के लिए पांच साल का समय लगता है। विद्यालय के साथ-साथ अभिभावकों को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों पर ध्यान दें।
उक्त बातें कोलंबस इंटरनेशनल स्कूल सिसवार नगरा में रविवार को आयोजित अभिभावक सम्मेलन व परिचय समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित विद्यालय के डायरेक्टर डा.एनडी ¨सह ने व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अच्छे शिक्षक का हर जगह सम्मान होता है। अभिभावकों का भी कर्तव्य बनता है कि वह अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देते रहें। विद्यालय की एमडी रीता ¨सह ने अभिभावकों को भरोसा दिलाया कि विद्यालय से पढ़ कर निकलने वाला हर छात्र समाज में अपनी अलग ही पहचान बनाएगा। इस अवसर पर अभिभावक उर्मिलेश ¨सह, सुनील कुमार, संदीप कुमार ¨सह व कुसुम वर्मा ने पठन-पाठन के प्रति अपने सुझाव रखे। अध्यक्षता निहारिका ¨सह व संचालन नीलम ¨सह ने किया। निदेशक प्रमोद कुमार ¨सह ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में रीता ¨सह व पीके ¨सह ने डायरेक्टर एनडी ¨सह के आत्म परिचय पत्रिका का विमोचन किया।