शालीनता की प्रतिमूर्ति थे इंद्रजीत ¨सह
नगरा (बलिया) : असल मायने में इंद्रजीत ¨सह त्याग व शालीनता की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अपने जीवन म
नगरा (बलिया) : असल मायने में इंद्रजीत ¨सह त्याग व शालीनता की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उनके पास धन वैभव की कमी नहीं थी लेकिन फक्कड़ स्वभाव की वजह से श्री ¨सह ने सब कुछ ठुकरा कर फकीर बनना ही उचित समझा। यह बातें शिक्षाविद् व समाजसेवी डॉ.विजय नारायण ¨सह ने कही। वे बुधवार को नरहेजी महाविद्यालय नरहीं के संस्थापक इंद्रजीत ¨सह की चौदहवीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा व सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कहा कि श्री ¨सह ने वर्षों पूर्व इंटर कालेज व महाविद्यालय के रूप में जो पौध लगाए थे वह आज पुष्पित व पल्लवित हो रहा है। आवश्यकता इस बात की है कि उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलते हुए क्षेत्रवासी एक साथ मिलकर इस पौधे की सुरक्षा करें। कालेज के प्रबंधक अर्जुन गोपालन ने इंद्रजीत ¨सह को सच्चा संत बताते हुए कहा कि उनकी ही प्रेरणा व कृपा से आज हम सभी सफलता की असली मुकाम पर पहुंचे हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ हवन-पूजन से हुआ जिसके बाद औघड़ धनंजय ¨सह ने सफल योनि का पाठ किया। क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने इंद्रजीत ¨सह की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राजेश ¨सह, ओमप्रकाश ¨सह, डा.श्वेता ¨सह, प्रदीप कुमार मिश्र, अशोक ¨सह, जय ¨सह, प्रमोद कुमार ¨सह, बृजेश कुमार पाण्डेय आदि मौजूद थे। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ.सुशीला ¨सह व संचालन डॉ.केएम ¨सह ने किया।
प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित
नरहेजी महाविद्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा व सम्मान समारोह में क्षेत्र के गणमान्य प्रबुद्ध नागरिकों को अंगवस्त्रम से इंटर कालेज के प्रबंधक अर्जुन गोपालन ने सम्मानित किया। बीए, बीएससी, बीपीएड के वर्ष 2015 की परीक्षा में सर्वाधिक अंक पाने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र व मेडल दिया गया। अंगवस्त्रम से सम्मानित होने वालों में सुरेंद्र ¨सह, रमाशंकर ¨सह, चंद्रभूषण तिवारी, राधेश्याम पाण्डेय, ललित किशोर उपाध्याय, परशुराम ¨सह, सोमदत्त ¨सह, डॉ.सुशीला ¨सह आदि मौजूद थे। मेडल व प्रमाण पत्र हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं में श्रेया ¨सह, अंजली नेहा, विवेक प्रकाश, राजीव यादव, कंचन, प्रियंका, नासरीन खातून, चंदन, मुकेश, अंकित, विनय, नम्रता, सुरभि आदि थे। डॉ.विजय नारायण ¨सह ने महाविद्यालय के छात्र पूर्व जिला केशरी धनंजय यादव को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विश्वविद्यालयी कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक पाने पर गदा भेंट कर अलंकृत किया।