छोटा चुनाव फिर भी खर्च अधिक
दोकटी (बलिया) : प्रधानी का चुनाव देश के सबसे छोटे सदन का चुनाव है। शायद यही सोचकर निर्वाचन आयोग इ
दोकटी (बलिया) : प्रधानी का चुनाव देश के सबसे छोटे सदन का चुनाव है। शायद यही सोचकर निर्वाचन आयोग इस पर ज्यादा कड़ाई से पेश नहीं आता ¨कतु हकीकत यह है कि इस चुनाव में भी नामांकन के समय एक दर्जन तक चारपहिया वाहनों के अलावा बाइकों का जुलूस के साथ प्रत्याशी ब्लाक मुख्यालय पर आए। जुलूस देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो यह चुनाव प्रधानी का नहीं बल्कि विधान सभा का है।
क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि प्रधानी का चुनाव देश के सबसे छोटे सदन का चुनाव है। इस चुनाव में इस तरह का जुलूस निकाल कर बेतहाशा खर्च करना किसी भी दशा में उचित नहीं है।
विकास खंड मुरलीछपरा के एक-दो पंचायतों को छोड़ दिया जाय तो शायद ही कोई ऐसी पंचायत है जिसका क्षेत्रफल एक किमी से ज्यादा हो। चुनाव आयोग को भी यह निर्धारित करना चाहिए कि बैनर-पोस्टर व होíडग किन चुनाव में प्रयोग किया जा सकता है जिससे चुनाव खर्च में कमी आए।