कपिलेश्वरी मंदिर परिसर में रोपित हुआ 'कल्पवृक्ष' पारिजात
फेफना (बलिया) : सरकार द्वारा मनाए जा रहे वन महोत्सव के क्रम में ग्राम सभा कपुरी स्थिति कपिलेश्वरी भव
फेफना (बलिया) : सरकार द्वारा मनाए जा रहे वन महोत्सव के क्रम में ग्राम सभा कपुरी स्थिति कपिलेश्वरी भवानी मंदिर परिसर में शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री अंबिका चौधरी ने कल्पवृक्ष पारिजात पौधा रोपा। इस दौरान मंदिर परिसर में लगभग दो दर्जन से अधिक अन्य सामान्य पौधे व औषधीय पौधे रोपित व वितरित किए गए। इस दौरान डीएफओ ने कहा कि इस परिसर में लगा कल्पवृक्ष पारिजात का यह पौधा पूर्वांचल में रोपित होने वाला पहला पौधा है।
कपिलेश्वरी मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में वन विभाग की ओर से मंदिर की चहारदिवारी के पास-पास पाधे लगाए गए। पौधरोपण कार्यक्रम की शुरूआत मंत्री अंबिका चौधरी ने कल्पवृक्ष पारिजात का पौधा रोपकर किया। इस दौरान पौधरोपण करने वालों में सपा के जिला महासचिव शैलेश चौधरी पप्पू, थानाध्यक्ष श्यामजी यादव, डा.संतोष चौधरी, संतोष ओझा, शशिकांत, हृदय चौधरी आदि रहे। इस दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि वर्तमान परिवेश में पौधे रोपित करना आवश्यक तो है पर उससे अधिक आवश्यक है कि रोपित पौधों को बचाना। कहा जब तक प्रत्येक इंसान इसे अपनी जिम्मेदारी नहीं समझेगा तब तक जिले को हरा-भरा कर पाना संभव नहीं होगा। पप्पू चौधरी ने कहा कि प्राकृतिक संतुलन बनाने के लिए अधिकाधिक पौधरोपण की आवश्यकता है। डीएफओ एसएन ¨सह ने प्रत्येक व्यक्ति से आग्रह किया कि वे अपने दरवाजे पर पांच फलदार पौधे अवश्य लगाए। ग्राम प्रधान राजेंद्र प्रसाद ने सभी के प्रति आभार जताया।
इस दौरान ममता ¨सह, उमाशंकर चौधरी, श्रीकांत राय, मुकेश भाई, रवि वर्मा, प्रदीप जायसवाल, संतोष मनोज तिवारी, रामाश्रय यादव, तारकेश्वर वर्मा आदि मौजूद थे।
वितरित किया औषधीय पौधा
पौधरोपण के दौरान वन विभाग द्वारा वितरण के लिए लाए गए एलोबेरा व अश्वगंधा औषधीय पौधों को मंदिर में आई महिलाओं को दिया तथा कहा कि इसे दरवाजे पर रोपण कर इसकी रक्षा भी करें। मंत्री अंबिका चौधरी की पहल पर दर्जन भर महिलाओं ने पौधा ग्रहण किया और अपने साथ ले गई।
मंदिर न बने नशेड़़यिों व अपराधियों का अड्डा
मंदिर परिसर में अराजक तत्वों की बढ़ रही चहलकदमी पर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि मंदिर को नशेड़ियों व अपराधियों का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा। कहा मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। मंदिर की आस्था व पवित्रता से खेलने गंभीर अपराध है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मंदिर के पुजारी व थानाध्यक्ष को इस बाबत कड़ी ताकीद करने को कहा।