Move to Jagran APP

अब तक तय नहीं हो पाई ग्राम पंचायत की भूमि

दुबहड़ (बलिया) : वर्तमान ग्राम पंचायत के चार वर्ष बीतने के बावजूद अब तक तय नहीं हो पाई ग्राम पंचायत क

By Edited By: Published: Thu, 27 Nov 2014 07:32 PM (IST)Updated: Thu, 27 Nov 2014 07:32 PM (IST)

दुबहड़ (बलिया) : वर्तमान ग्राम पंचायत के चार वर्ष बीतने के बावजूद अब तक तय नहीं हो पाई ग्राम पंचायत की भूमि।

loksabha election banner

गत चार वर्षो से ग्राम प्रधान ओझवलिया अनिल कुमार भारती अपने ग्राम सभा की सार्वजनिक भूमि की खोज में लेखपाल व सदर तहसील का चक्कर लगाते रहे। लेखपाल त्रिलोकी नाथ वर्मा द्वारा आश्वासन देकर व दिन तथा समय निर्धारित करके गांव में न आने से ग्रामीणों में शंका होने लगी है। वर्तमान समय में लोकसभा क्षेत्र बलिया के सांसद भरत सिंह द्वारा प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत ओझवलिया ग्रामसभा का चयन किया गया है। योजना के तहत इस ग्रामसभा का पूर्ण विकास किया जाएगा। ओझवलिया ग्रामसभा में पांच पूरवे हैं। आढ़त दूबे छपरा, डेमर छपरा, त्रिलोकपुर मठिया, हरिछपरा, सवहनपुर। इस गांव में न तो चिकित्सालय है न बैंक। यही नहीं बालिका विद्यालय और न ही खाद बीज हेतु सोसाइटी ही है। गंगा नदी के तट पर स्थित होने के बावजूद घाट भी नहीं है। जहां से ग्रामीणों गंगा पार जा सकें। क्षेत्रीय किसानों के मन में मलाल है कि ओझवलिया में कृषि मंडी होती तो किसानों के सब्जी व फसलों को उचित मूल्य मिलता व भंडारण होता। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इस ग्राम सभा में दो एकड़ सरकारी जमीन है जो दबंगों के कब्जे में है। उसे बिना सरकारी प्रयास के छोड़ा पाना संभव नहीं है। ग्राम प्रधान अनिल कुमार भारती ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल निराकरण की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.