सीयर ब्लाक में अब होंगी 94 ग्राम पंचायतें
बिल्थरारोड (बलिया): सीयर ब्लाक में अब कुल 94 ग्राम पंचायतें होंगी। शासन के निर्देश पर नए परिसीमन के
बिल्थरारोड (बलिया): सीयर ब्लाक में अब कुल 94 ग्राम पंचायतें होंगी। शासन के निर्देश पर नए परिसीमन के तहत इस ब्लाक में 19 नई ग्राम पंचायतों को सृजित किया गया है। इसकी प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। अब तक इस ब्लाक में कुल 75 ग्राम पंचायतें थीं। हालांकि एक नई ग्राम पंचायत को लेकर ग्रामीण व प्रधान के विरोध के कारण प्रशासनिक अमला ऊहापोह की स्थिति में है।
शासन के निर्देश पर ब्लाक में परिसीमन के तहत एक हजार से अधिक जनसंख्या वाले राजस्व गावों को नई ग्राम पंचायत बनाने की कवायद लंबे समय से जारी थी। इसके तहत पूर्व के राजस्व गांव व न्याय पंचायतों की भौगोलिक स्थिति में बिना परिवर्तन के नए राजस्व गांव को सृजित करना था जिसके तहत सीयर बीडीओ जयप्रकाश सिंह व एडीओ पंचायत श्रीकांत मिश्र द्वारा ग्रामीणों की मांग व आवश्यकता को देखते हुए कुसहांभाट, इंदौली जमीन इंदौली, गौरी ताल, मुबारकपुर, तिरनई खुर्द, महेंदुआ, कड़सर, तेंदुआ पट्टी फरसाटार, रामपुर चंदेल, भिटौरा, रौसड़ा, छिटिकिया, गजीयापुर, डफलपुरा, पहाड़पुर, रामपुर, मुहम्मदपुर, सिधौली व सैदपुरा समेत 19 नई ग्राम पंचायतों को सृजित करने का खाका तैयार किया। हालांकि नई ग्राम पंचायत को लेकर विभिन्न गांवों से ग्रामीणों ने अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई जिसका बुधवार को स्थानीय एसडीएम रामानुज सिंह के समक्ष निपटारा किया गया। ग्राम पंचायत कुचहरा से कट कर नई प्रस्तावित ग्राम पंचायत मुहम्मदपुर के अस्तित्व को लेकर ग्रामीणों व प्रधान के विरोध पर देर शाम तक प्रशासनिक माथापच्ची जारी रही। प्रशासन इसकी अंतिम रिपोर्ट जल्द ही शासन को भेजने की तैयारी में है।
एक आपत्ति पर हो रहा विचार
बीडीओ जयप्रकाश सिंह ने बताया कि सीयर ब्लाक की नई 19 ग्राम पंचायतों में अधिक आपत्तियों का निपटारा हो गया है। एक प्रस्तावित ग्राम पंचायत मुहम्मदपुर को लेकर गंवई राजनीति के तहत कुछ ग्रामीणों व प्रधान के विरोध को लेकर विचार जारी है। सभी के बयान के बाद अंतिम निर्णय जल्द ही लिया जाएगा।
विकास के लिए हो रही सारी कवायद
एसडीएम रामानुज सिंह ने बताया कि दूसरे राजस्व गांवों में पहले से अटैच एक हजार से अधिक आबादी वाले राजस्व गांवों को ही नई ग्रामपंचायत के रूप में सृजित किया जा रहा है। ताकि छोटे-छोटे ग्राम पंचायत को सृजित कर विकास को नई रफ्तार दी जा सके।