कोने-कोने से आ रही पृथकपूर्वाचल की आवाज : डॉ.कप्तान
बलिया : पृथक पूर्वाचल के गठन को आवाज देश के कोने-कोने में रहने वाले इस क्षेत्र के लोग अब पुरजोर ढंग
बलिया : पृथक पूर्वाचल के गठन को आवाज देश के कोने-कोने में रहने वाले इस क्षेत्र के लोग अब पुरजोर ढंग से उठाने लगे हैं। उनका मानना है कि अपनी जिस मेधा व श्रम से वे दिल्ली व मुम्बई जैसे महानगरों को रोशन कर रहे हैं, अगर उसका उपयोग वे पूर्वाचल में करें तो न सिर्फ इस क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे अपितु यहां का भी सर्वागीण विकास होगा। ऐसे में पृथक पूर्वाचल के गठन को चल रहे आंदोलन में यहां के हर शख्स की सहभागिता जरूरी है।
यह बातें पूर्वाचल विकास मंच के संयोजक डॉ.कृष्ण कुमार उर्फ कप्तान उपाध्याय ने कही। वह गुरुवार को नगर स्थित एक होटल में पत्र-प्रतिनिधियों से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि भोजपुरी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलाने के लिए संघर्षरत दिल्ली भोजपुरी अकादमी के उपाध्यक्ष अजीत दुबे व भोजपुरी फिल्म स्टार मनोज तिवारी भी दिल्ली में पूर्वाचल के लोगों के बीच अलख जगा रहे हैं ताकि पृथक पूर्वाचल के लिए एक साथ आवाज उठे। शीतकालीन अधिवेशन में भी सांसद जगदम्बिका पाल व मनोज तिवारी ने इस मसले को उठाने का संकेत दिया है। श्री उपाध्याय ने कहा कि कोलकाता के उप चुनाव तथा महाराष्ट्र व हरियाणा में चुनाव के दौरान उन्हें पूर्वाचल के लोगों के बीच रहने का मौका मिला और तब पता चला कि इधर के लोग महानगरों में कितनी जलालत झेल रहे हैं। इन लोगों की भी मंशा है कि पूर्वाचल का गठन हो और वे अपने चमन को आबाद करने के लिए फिर अपनी बगिया में लौटें। उन्होंने क्षेत्रीय जनता का आह्वान किया कि पूर्वाचल की लड़ाई को अपने हाथ में ले इसे और धार दे।