विकलांगजनों की सेवा से ही राष्ट्र खुशहाल
रसड़ा (बलिया): समाज के प्रत्येक नागरिक को जब तक शिक्षित, प्रशिक्षित व आत्मनिर्भर नहीं बनाया जाता विकस
रसड़ा (बलिया): समाज के प्रत्येक नागरिक को जब तक शिक्षित, प्रशिक्षित व आत्मनिर्भर नहीं बनाया जाता विकसित भारत की संकल्पना साकार नहीं हो सकती। विभिन्न क्षमता वाले जन भी समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं और इनकी सेवा साधना से ही राष्ट्र को खुशहाल बनाया जा सकता है। यह बातें पूर्वाचल ग्रामीण चेतना समिति राघोपुर में बुधवार को विभिन्न क्षमता वाले स्वयं सहायता समूहों के साथ राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए संस्था के निदेशक फादर ज्ञान प्रकाश ने कहीं। इसके पूर्व इन्होंने कोआर्डिनेटर बिहारी लाल, रमजान अंसारी, अनीता कुमारी, सीमा तथा राजकुमार के साथ दीप प्रच्च्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यशाला में 60 विकलांग उपस्थिति थे। सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में निशक्त जनों के विकास के लिए कई टिप्स दिए गए। फादर ज्ञान प्रकाश ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से विकलांगजन अपने संगठन को मजबूत बनाने व स्वरोजगार से जुड़कर अपने आर्थिक विकास के प्रति सक्षम हो सकते हैं। उन्होंने अनुरोध किया कि पूरा समाज विकलांगजनों को हिम्मत, हौसला व सहयोग दे ताकि विकलांगजन भी देश के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा सकें।
प्रशिक्षक देवेंद्र बिहारी, संध्या देवी तथा सिस्टर अगस्ता ने कहाकि संस्था विकलांग जनों के सामाजिक एवं आर्थिक रूप से उन्नयन हेतु कार्य कर रही है ताकि ये अपना तथा राष्ट्र का नाम रोशन कर सकें। अंत में फादर ज्ञान प्रकाश ने प्रशिक्षण प्राप्त सभी निशक्त जनों को प्रमाण पत्र प्रदान का सम्मानित किया। संचालन त्रिभुवन दत्त ने किया।